
पटना (बिहार) भारत आज जिस सांप्रदायिक रूप से त तनाव से जूझ रहा है उस तनाव के आगोश में उसी तनाव को कम करने के लिए अब देश की महिलाओं ने इसका बीड़ा उठाया है. इससे जहाँ नारी सशक्तिकरण का एक नया चेहरा देखने को मिलेगा वहीँ समाज में उन लोगों को एक नई उर्जा मिलेगी जो समाज को बेहतर बनाने के लिए किसी न किसी स्तर पर कार्यशील हैं. नफ़रत के रास्ते को अपनाने वाले लोगों के लिए भी इसमें सबक़ है जो उनके घरों की बेटियां ही उन्हें सिखाएंगी.
महिलाओं का यह जत्था 22 सितंबर से 12 अक्टूबर तक देश के विभिन्न शहरों और गाँवों से होते हुए दिल्ली में एक बड़े कार्यक्रम के तौर पर तब्दील होकर समाप्त होगा. पटना में इसकी तैयारी के क्रम में हुई एक बैठक में यह बताया गया कि इस अभियान के तहत देश भर में पांच हिस्सों से अलग-अलग यात्राएं निकाली जाएंगी, जो 13 अक्टूबर को नई दिल्ली में एक बड़े कार्यक्रम के रूप में समाप्त होगा. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत भर में महिलाओं और पुरुषों को शांति, सद्भावना, प्रेम का प्रचार प्रसार करने और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए उठ खड़े होने की प्रेरणा देना है.
ये यात्राएं 22 सितम्बर को एक साथ केरल, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, असम और दिल्ली से निकाली जाएंगी. बिहार के विभिन्न जिलों से दो जत्था गुजरेगा. पूरे अभियान में राष्ट्रीय संगठनों के साथ-साथ देश के अलग-अलग राज्यों के लगभग 4000 संगठन हिस्सा लेंगे. प्रत्येक यात्रा में 25- 25 महिलाओं का जत्था शामिल होगा जो विभिन्न राज्यों के अलग-अलग शहरों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
पटना में हुई बैठक में राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने बिहार में यात्रा की रूपरेखा के बारे में चर्चा किया. बिहार में इसकी अगुवाई बिहार विमेंस नेटवर्क की संयोजिका नीलू करेंगी तथा यह काम नेटवर्क से जुड़े विभिन्न महिला संगठनों के प्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों से किया जाएगा. यात्रा के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में जन सभाएं, नुक्कड़ नाटक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय लोगों के साथ संवाद कायम किया जाएगा. इसमें 125 लोग यात्रा में स्थाई रुप से रहेंगे.
इस तैयारी बैठक में बहुत सारे लोगों ने हिस्सा लिया जिनमें कई महिला संगठनों की प्रतिनिधि भी शामिल थीं. शबनम हाशमी, नीलू, उर्मिला कर्ण, निवेदिता झा, सिस्टर लीमा, चंद्रकांता, सुधा वर्मा के अलावा अरशद अजमल, तनवीर अख्तर, रुपेश आदी भी इस बैठक में उपस्थित रहे.
पटना में इस बैठक का आयोजन 5 अगस्त, 2018 को गांधी मैदान स्थित संत ज़ेवियर स्कूल के सभागार में किया गया.