
बेंगलुरु, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)| कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को ‘मथरु पूर्णा’ योजना को हरी झंडी दिखाई। इस योजना के तहत करीब 12 लाख गर्भवती महिलाओं के साथ स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने योजना की शुरुआत करते हुए कहा, “इस योजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के अंदर कुपोषण को कम करना है।”
सिद्धारमैया ने कहा, “इस योजना के तहत महिलाओं को पोषण की खुराक, परामर्श और अन्य मातृत्व लाभ आंगनवाड़ियों के जरिए दिए जाएंगे।”
राज्य सरकार ने वित्त वर्ष 2017-2018 के लिए कर्नाटक के सभी 30 जिलों में इस योजना को लागू करने के लिए 302 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है।
आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, महिलाओं को गर्म पकाया हुआ भोजन जिसमें चावल, पत्तेदार सब्जियां / सांबर के साथ दाल, 200 मिलीलीटर दूध, उबला हुआ अंडा / अंकुरित फलियां महीने में 25 दिनों के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी।
बयान में कहा गया, “महिला और बाल विकास मंत्रालय के पूरक और पोषण कार्यक्रम के बावजूद कर्नाटक में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार दक्षिण भारत के दूसरे राज्यों की तुलना में धीमा रहा है। जिसके कारण ‘मथरु पूर्णा’ योजना को शुरू किया गया है।”
इस योजना के जरिए गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के प्रसार को कम करने की कोशिश करते हुए राज्य में गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के औसत दैनिक सेवन और अनुशंसित आहार भत्ते के बीच की खाई को पाटने का लक्ष्य रखा गया है।
बयान के मुताबिक आंगनवाड़ी महिलाओं को भी इस योजना के तहत लाभ मिलेगा।
-आईएएनएस