गुजरात और हिमाचल चुनाव नतीजों के बाद की पांच दिलचस्प ख़बरें




-द मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी डेस्क

 

1. हिमाचल चुनाव: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री उम्मीदवार हारे

नई दिल्ली, 18 दिसंबर| हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव-2017 के नतीजे सामने आने के बाद राज्य में सत्ता की बागडोर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हाथ में आ चुकी है, लेकिन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे। भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और दो बार के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर सीट पर 2933 वोटों से शिकस्त का सामना करना पड़ा। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार रजिंदर राणा ने उन्हें मात दी है।

वर्ष 2012 में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले राणा इस सीट पर दोबारा जीत हासिल करने में सफल रहे हैं। राणा ने 2012 के चुनाव में 14166 मतों से जीत हासिल की थी। उन्हें किसी समय धूमल का करीबी कहा जाता था। धूमल ने इस चुनाव में अपनी सीट बदली थी।

2. हार-जीत में मामूली फर्क ईवीएम हैक होने के संकेत : हार्दिक पटेल

अहमदाबाद, 18 दिसंबर | पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को चुनाव परिणामों को देख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर अपना संदेह फिर दोहराया। उन्होंने कहा कि ईवीएम को हैक किया गया होगा और इसी वजह से कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में जीतने और हारने वाले उम्मीदवारों को मिले वोट में मामूली फर्क है।

हार्दिक ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत पर बधाई दी, लेकिन यह भी कहा कि वह पाटीदारों के लिए आरक्षण, कर्जमाफी सहित किसानों के मुद्दों व युवाओं की बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

3. मोदी के गृहनगर में हारी भाजपा

अहमदाबाद, 18 दिसम्बर| गुजरात विधानसभा चुनाव में बहुमत के साथ जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश की सत्ता पर अपनी पकड़ बरकरार रखने में कामयाब जरूर रही, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृहनगर वडनगर जिस विधानसभा क्षेत्र में आता है, वहीं भाजपा हार गई। वडनगर ऊंझा विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से कांग्रेस प्रत्याशी आशा पटेल ने भाजपा विधायक पटेल नारायणभाई लल्लूदास को 19,500 मतों से शिकस्त दी है। आशा पटेल को कुल 81,797 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी को 62,268 मत प्राप्त हुए। लल्लूदास ने पिछले विधानसभा चुनाव में आशा पटेल को 25,000 मतों से पराजित किया था। ऊंझा विधानसभा क्षेत्र पाटीदार समुदाय का गढ़ है।

4. भाजपा गुजरात में अपेक्षित जीत हासिल नहीं कर सकी : शिव सेना

मुंबई, 18 दिसम्बर| गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों पर तंज कसते हुए शिव सेना ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपेक्षित जीत हासिल नहीं कर सकी है। शिव सेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने मीडिया से कहा, “भाजपा को गुजरात में जीतना ही था..वह राज्य में 22 वर्षो से सत्ता में है। उन्होंने धनबल का इस्तेमाल किया और अभियान के दौरान 14 मुख्यमंत्रियों को भेजा।”

राउत ने कहा, “उनकी जीत पहले से तय थी, लेकिन भाजपा को उस तरह से जीत नहीं मिली, जिसकी उसे उम्मीद थी।”

5. क्रोध के खिलाफ गरिमा से लड़ने के लिए कार्यकर्ताओं पर गर्व : राहुल

नई दिल्ली, 18 दिसम्बर | कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘क्रोध के खिलाफ गरिमा’ से लड़ने के लिए शुक्रिया अदा किया और कहा कि गुजरात व हिमाचल प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस का सबसे मजबूत पक्ष पार्टी की ‘शालीनता व साहस’ रहा। गांधी ने ट्वीट किया, “मेरे प्यारे कांग्रेसी भाइयों व बहनों, आपलोगों ने मुझे काफी गौरवान्वित किया। आप जिनसे लड़े उनसे अलग हो, क्योंकि आपने गरिमा के साथ क्रोध से मुकाबला किया। आपने सभी को बता दिया कि कांग्रेस का सबसे मजबूत पक्ष इसकी शालीनता व साहस है।”

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