
बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी आरएसएस की शाखाओं में जाया करते थे हालांकि यह पुष्टि नहीं की गयी कि वह किसी हिंदूवादी संगठन से बाज़ाब्ता जुड़े थे कि नहीं
देश में हिन्दू-मुस्लिम की नफरत इतनी गहराती जा रही है कि अब हैवानियत भी शर्मसार हो रही है. ऐसा ही मामले मुंबई से सामने आया है जब 7 साल के एक बच्चे को उसके दो पड़ोसियों ने मिलकर उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दिया.
जनसत्ता की खबर के अनुसार, यह मामला 30 दिसम्बर, 2018 का है जो अब सामने आया है. खबर के अनुसार, मुंबई के नालासोपारा में 7 साल के बच्चे को उनके दो पड़ोसियों ने उस पर पेट्रोल छिड़क कर ज़िन्दा जला दिया. बच्चा करीब 7 दिन तक जिंदगी-मौत से जूझने के बाद आखिर दम तोड़ दिया. आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बच्चे का अपराध इतना ही था कि उसने अपनी बकरी अपने उन पड़ोसियों के दरवाज़े पर खड़ा कर दिया था.
पुलिस के मुताबिक, 7 साल का पीड़ीत फैज़ान कुरैशी दूसरी कक्षा का छात्र था. वह अपने पिता इज़हार कुरैशी, माँ समौजा और 2 बड़ी बहनों के साथ नालासोपारा में संतोष भुवन के पास ग्राउंड फ्लोर पर रहता था.
30 दिसम्बर को वह अपने घर के दरवाज़े के बाहर खेल रहा था. उस दौरान उसने अपनी बकरी पड़ोस में रहने वाले श्रीवास्तव परिवार के दरवाज़े पर बाँध दी. आरोप है कि इससे नाराज़ आलोक श्रीवास्तव और आकाश श्रीवास्तव ने पेट्रोल डालकर बच्चे को ज़िन्दा जला दिया.
पुलिस के मुताबिक, बच्चे ने पुलिस को मरने से पहले बताया कि “अलोक और आकाश ने मुझे एक खंभे से बाँध दिया था. इसके बाद उनहोंने मुझ पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी.” मृतक की माँ की शिकायत पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पहले उन पर हत्या के आरोप का मामला दर्ज किया गया था अब उन पर हत्या का मामला चलेगा.
द मॉर्निंग क्रॉनिकल के स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपी आरएसएस की शाखाओं में जाया करते थे हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी कि वह किसी हिंदूवादी संगठन से बाज़ाब्ता जुड़े थे कि नहीं. इनमें एक की वहीँ मोबाइल की शॉप थी और दूसरा बेरोजगार था.