
पटना (बिहार), 13 अप्रैल, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क)। 15 अप्रैल, 2018 को गाँधी मैदान में ईमारत ए शरिया द्वारा आयोजित होने वाले दीन बचाव देश बचाव कांफ्रेंस में शामिल होने वालों के लिए संगठन द्वारा 15 बिन्दुओं की एक एडवाइज़री जारी की गयी है। इस एडवाइज़री में यह कहा गया है कि इस कांफ्रेंस में आने वालों को क्या क्या करना चाहिए। ये हैं एडवाइजरी के 15 निर्देश:
- इस कार्यक्रम में बिहार के तमाम मुस्लिमों की उपस्थिति अनिवार्य है.
- कांफ्रेंस में निकलने से पहले दो रिकात नमाज़ ए हाजत (ऐसी नमाज़ जो किसी उदेश्य के पूरा होने के लिए पढ़ी जाए) पढ़ लें.
- कांफ्रेंस में निकलने से पूर्व मन में यह निश्चय करें कि ऐ ईश्वर हम अपने आस्था को बनाए रखने के लिए निकले हैं.
- कांफ्रेंस की तैयारियों में यह ध्यान रखें कि हम लोकतान्त्रिक विधि से अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए काम कर रहे हैं.
- कोई भावनात्मक या किसी दुसरे धर्म को ठेस पहुँचाने वाला काम न करें.
- समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का प्रयास करें और अपने देश के भाइयों को यह समझाएं कि हमारा यह काम किसी के विरोध में नहीं है. बल्कि अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए है.
- नौजवान इस बात का ख़ास ध्यान रखें कि वह किसी भी तरह उत्तेजित न हों और न किसी को उत्तेजित करें बल्कि संयम और सहनशीलता को अपना बहुमूल्य हथियार बनाएं. असामाजिक तत्व अगर भड़काने की कोशिश करें तो शांत रहें.
- कांफ्रेंस में आने वाले यह ध्यान रखें कि रास्ते में या पटना में किसी को उनसे कष्ट न हो.
- कांफ्रेंस में सम्मिलित लोग नारा न लगाएं बल्कि रास्ते भर व्यक्तिगत तौर पर खामोश हो कर प्रार्थना करते रहें. क़ुरान का पाठ करें.
- हर व्यक्ति अपने साथ कम से कम दो समय का खाना और पानी की एक बोतल लाएं.
- प्रयास करें कि गांधी मैदान में वज़ू (नमाज़ से पहले हाथ पैर धोने की प्रक्रिया) करके बैठें ताकि नमाज़ (मुसलिमों का प्रार्थना) का समय होने पर समूह में नमाज़ पढ़ सकें और ईश्वर से प्रार्थना कर सकें.
- दूर गावं की महिलाओं के लिए कांफ्रेंस में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं है. केवल पटना और आसपास की महिलाएं सम्मिलित हो सकती हैं.
- हर ज़िला में कांफ्रेंस के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं उनके आदेश को ईमारत ए शरिया के मुखिया का आदेश मानें.
- पटना आते समय और जाते समय अपने समूह के प्रमुख का आदेश मानें.
- याद रखें आप अपनी आस्था से जुड़े कर्तव्य पूरा करने के लिए घर से निकले हैं इस लिए अपने बेहतरीन आचरण का प्रदर्शन करें.
ईमारत ए शरिया की ओर से इस कांफ्रेंस का आयोजन मुख्य रूप से मोदी सरकार द्वारा लोक सभा में पारित मुस्लिम वीमेन बिल का विरोध करना है जो अभी राज्य सभा में पारित होना शेष है। इस कांफ्रेंस में पूरे देश से मुस्लिम धर्म गुरुओं को आमंत्रित किया गया है। ईमारत ए शरिया की ओर से इस कांफ्रेंस में पांच लाख लोगों के आने की संभावना है।