खुद चार भाई-बहनों वाले रामदेव ने तीसरे बच्चे से वोट का अधिकार छीन लेने की दी नसीहत




बाबा रामदेव अपने माता-पिता के साथ

योग गुरु रामदेव ने बढ़ती जनसंख्या की समस्या से निपटने के लिए सरकार को कानून बनाने की सलाह दी है। उनका सुझाव है कि तीसरा बच्चा होने पर उस बच्चे को वोट देने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। रामदेव ने देश की बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार को इसे लेकर सख्त कानून बनाने चाहिए।

हरिद्वार में एक कार्यक्रम में रामदेव ने कहा, ‘हमारी जनसंख्या किसी भी हालत में 150 करोड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए। हम इससे अधिक जनसंख्या के लिए तैयार नहीं है। यह तभी संभव हो सकता है जब एक कानून बनाकर इस पर रोक लगाई जाए। तीसरे बच्चे को उन्हें वोट देने का अधिकार न हो, ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाई जानी चाहिए और उन्हें कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलना चाहिए.

ज्ञात रहे कि बाबा रामदेव खुद चार भाई बहनों में दुसरे नंबर पर हैं.

रामदेव का परिवार

रामदेव चार भाई बहनों में दुसरे नंबर पर हैं. बड़े भाई देवदत्त अपने पैतृक गाँव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के सैद अलीपुर में रहते हैं. देवदत्त पहले सीआरपीएफ में थे अब गांव में खेती करते हैं. जबकि रामदेव के माता-पिता और एक भाई व एक बहन का परिवार हरिद्वार में रहता है. रामदेव के छोटे भाई का नाम रामभरत है. वे वे कभी-कभी खेतों को संभालने के लिए गांव आते रहते हैं.

रामदेव के छोटे भाई राम भरत पतंजलि आयुर्वेद का रोजमर्रा का काम देखते हैं. 38 साल के भरत कंपनी ने एमडी आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव को रिपोर्ट करते हैं.

मीडिया से दूर रहने वाले राम भरत पहली बार मीडिया में तब सुर्खियों में आए थे जब उन्हें हरिद्वार की ट्रक यूनियन और पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क के गार्ड्स के बीच विवाद कराने के आरोप में जेल भेजा गया था.  उस मामले में एक शख्स की मौत भी हो गई थी. कई लोग उन्हें कंपनी का अनऑफिशिल सीईओ भी कहते हैं.

बाबा रामदेव का जन्म हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के सैद अलीपुर गांव में हुआ. उनके पिता का नाम रामनिवास व माता का नाम गुलाब देवी है.

पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड लिस्टेड कंपनी नहीं है इसलिए इसका टर्न ओवर और हिसाब- किताब सार्वजनिक नहीं है, लेकिन एक अंदाज़े के अनुसार पतंजलि ब्रांड की ही कीमत आज की तारीख में 5000 करोड़ रुपए तक है।

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