भारत बंद : पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर विरोध प्रदर्शन जारी




पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों से जहाँ आम लोग बेतहाशा मंगाई का सामना पर रहे हैं वही आज बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद किया है. जिसका असर आज सुबह से ही देश और बिहार के कई जिलों में दिखने लगा है.

भारत बंद का आह्वान दिल्‍ली के रामलीला मैदान में धरने पर बैठे राहुल गांधी, कांग्रेस की पूर्व अध्‍यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुई हैं. उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद हैं. धरने के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला. उन्‍होंने कहा ‘मोदी सरकार ने बड़ी संख्‍या में ऐसे कदम उठाए हैं, जो देशहित में नहीं हैं. मोदी सरकार को बदलने का समय जल्‍द ही आएगा.’

कांग्रेस के भारत बंद को 21 राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है. भारत बंद के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों से हिंसा की भी खबरें आ रही हैं. वहीं बंद का असर सुबह से ही सड़क यातायात पर भी दिखने लगा है. सुबह सात बजे से ही प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर गए हैं और जगह-जगह आगजनी-नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं.

बिहार की राजधानी पटना की बात करें तो पटना में बड़ी संख्या में बंद समर्थक भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचे और नारेबाजी कर रहे हैं. पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं. पटना के गांधी मैदान के पास कांग्रेस पूर्व महासचिव शकील अहमद सड़क पर उतरे हैं. पटना में इंडियन यूनाइटेड मुस्लिम लीग के लोगों ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.

वहीँ राजद कार्यकर्ताओं ने के मुताबिक तेजस्वी यादव दोपहर बारह बजे सड़क पर उतरेंगे तब बंद का असर दिखेगा.

हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पश्चिम बंगाल में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस ने अपने सभी कर्मचारियों को बंद से दूर रहने और कार्यालयों में उपस्थित होने को कहा है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने बंद को प्रदेश की जनता के हितों के खिलाफ और समय की बर्बादी कहा। बीजू जनता दल, शिवसेना और आप आज के बंद में शामिल नहीं है.

हमेशा की तरह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों से पीछे ना रहने वाले इस भारत को कांग्रेस के चुनावी फायदे, अराजकता फैलाई तक की बात कह दी.

भारत बंद के दौरान बिहार बिहार के जहानाबाद में दो साल की एक बच्ची की मौत हो गई. बीमार बच्ची के परिजनों ने कहा, कि बच्ची को अस्पताल ले जाया जा रहा था. लेकिन बंद सपोर्टर ने सड़क जाम कर रखा था. जिस वजह से वह सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सके और बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.

हालांकि जहानाबाद के एसडीओ ने कहा कि बच्ची की मौत जाम में फंसने की वजह से नहीं हुई है. बल्कि उसके घर के लोग उसे अस्पताल ले जाने में ही देर कर दिए थे.

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