भोपाल गैस त्रासदी : आज तक नहीं रुक रहा मौतों का सिलसिला




भोपाल: इतिहास में जिसे भोपाल गैस कांड, भोपाल गैस त्रासदी का नाम दिया गया वो दर्दनाक हादसा आज से लगभग 34 साल पहले हुआ। इस त्रासदी के 34 साल बाद भी पीड़ितों की तकलीफें कम नहीं हुई। बीमारियों और मौतों का सिलसिला जारी है।

भोपाल गैस पीड़ितों के बीच काम कर रहे शोधार्थी और चिकित्सकों ने शनिवार को अपने शोध अध्ययन का ब्यौरा जारी कर बताया कि गैस पीड़ितों की स्थिति चिंताजनक है। शोध में सामने आया है कि सामान्य लोगों की मौतों के मुकाबले गैस पीड़ितों की मौत का आंकड़ा 28 फीसदी ज्यादा है।

शोध का निष्कर्ष यह भी दर्शाता है कि गैस पीड़ितों में कैंसर, टीबी, एवं फेफड़ों के रोगों की वजह से मौतों की दर अपीड़ितों की तुलना में दोगुनी हैं और किडनी खराब होने की वजह से गैस पीड़ितों की मौत अपीड़ितों की तुलना में तीन गुना ज्यादा हुई है।

ये सभी शोध रिपोर्ट संभावना ट्रस्ट क्लीनिक द्वारा जारी किया गया है। यह एक गैर सरकारी संस्था है जो पिछले 22 वर्षो से यूनियन कार्बाइड के जहरों से प्रभावित 33 हजार पीड़ितों का मुफ्त में इलाज उपलब्ध करवा रही है।

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