
फ़हमीना हुसैन, The Morning Chronicle
सासाराम : रोहतास जिले में अभी तक एक लाख 20 हजार घरों में आज भी नहीं है बिजली का कनेक्शन। हर घर में बिजली देने के लिए राज्य सरकार द्वारा 2011 में कराए गए सर्वे के अनुसार रोहतास में 4 लाख 51 हजार घर थे।
रोहतास जिला के जितने घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं लगा है, वहां या तो अंधेरा है, या फिर चोरी से बिजली जल रही है। फिलहाल बिजली बोर्ड का कोई अधिकारी इसका जवाब देने को तैयार नहीं है। लेकिन यह तय है कि जितने घरों में बिजली का कनेक्शन नहीं है, वहां या तो अब तक बिजली पहुंची ही नहीं, या लोग चोरी से बिजली जला रहे हैं।
रोहतास जिला के अकोढ़ीगोला रहने वाले वीरेंदर पासवान बताते हैं कि दोष केवल जनता नहीं है। एक साल से वीरेंद्र के घर का बिजली बिल बढ़ कर आ रहा है जिसे सुधरने के लिए वो बिजली के कई चकर लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनता नहीं। उन्होंने बताया कि गुस्से में उन्होंने दो महीने का बिल नहीं दिया जिसके बाद उनके घर का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है।
इतना नहीं बिहार के चेनारी प्रखंड में बीहड़ी टोला में सरकार के घर-घर बिजली पहुंचने के सारे दावे फेल होते नज़र आते हैं। इस गांव की बात करें तो रोहतास के पहाड़ों पर बसा ये गांव जहाँ बिजली का एक भी खम्भा नहीं है।
यहाँ रहने वाले निवासी अरुण कुमार बताते हैं अभी हाल ही में ग्रामीण योजना, और मुखिया द्वारा बिलजी का काम करवाया जा रहा है गाँव के आधे आध में बिजली का तार आ चुका है काम ज़ारी है, खम्बे पर तार टांगने का काम चल रहा है। कुछ दिन में बिजली चालू हो जायगा।
उन्होंने बताया की यहाँ के निचले हिस्से में सभी गांव में बिजली है लेकिन ये गांव पहाड़ों पर होने से काम जल्दी नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि ये पूरा क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में होने के कारण भी सरकार इस और ध्यान नहीं देती। केवल चुनाव के दौरान ही यहाँ लोग आते हैं।
बिजली बोर्ड द्वारा दिए गए बिजली के कनेक्शन पर नजर डाली जाए तो अब तक 3 लाख 31 हजार घरों में ही कनेक्शन दिया जा सका है। इसमें व्यावसायिक कनेक्शन भी शामिल है।
बिजली बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार दो डिवीजन में बंटे रोहतास के सासाराम डिवीजन में दो लाख 20 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। जबकि डेहरी डिवीजन में मात्र एक लाख 11 हजार ही बिजली उपभोक्ता हैं। शेष घरों में अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं लगा है। छह वर्ष पूर्व सरकार द्वारा हर घर बिजली देने के दावे की पोल खुल रही है।
बिहार के रोहतास जिले में आज भी मात्र 60 प्रतिशत बिल की वसूली होती है और 40 प्रतिशत पावर ट्रांसमीशन लौस में दिखाया जाता है। इससे सरकार को नुकसान तो होता ही है, बिजली बिल का भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को भी पूरे समय बिजली नहीं मिल पाती है। इससे बिजली व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहा है।
इस मामले में बिजली बोर्ड के कुछ अधिकारी तो जवाब तक देना नहीं चाहते। हालांकि बिजली बोर्ड के अधिकारी का कहना है इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम योजना विभाग कर रहा है। मुफ्त कनेक्शन बांटने के लिए हर सप्ताह प्रखंड स्तर पर भी कैम्प लगाया जा रहा। जिले में कई ऐसे घर भी हैं, जहां के लोग बाहर रहने के कारण कनेक्शन नहीं लेते हैं।
उन्होंने कहा कि बिल बकाया के कारण 60 हजार घरों का कनेक्शन काटा गया है। इस कारण बिजली कनेक्शन की संख्या कम नजर आ रही है।