
अगरतला (त्रिपुरा), 06 मार्च, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क) | त्रिपुरा में प्रशासन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की ओर से सभी से शांति बनाए रखने के आह्वान के बावजूद यहां चुनाव के बाद की हिंसा मंगलवार को चौथे दिन भी जारी रही। एक माकपा नेता के अनुसार, रूसी समाजवादी क्रांति के अगुवा ब्लादिमीर लेनिन की 11.5 फीट ऊंची फाइबर की मूर्ति को सोमवार शाम को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर से गिरा दिया।
माकपा नेता हरिपदा दास ने मंगलवार को मीडिया से कहा, “भाजपा समर्थक बेलोनिया में सरकारी कॉलेज के पास लेनिन की मूर्ति गिराने के बाद ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे।”
उन्होंने कहा कि इस मूर्ति को अगरतला से 90 किलोमीटर दूर दक्षिण त्रिपुरा के जिला मुख्यालय बेलोनिया में एक वर्ष पहले लगाया गया था।
दास ने कहा, “हमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से भाजपा और आईपीएफटी के सदस्यों द्वारा माकपा के सदस्यों और समर्थकों पर हमला करने और उनकी कई संपत्तियों को क्षतिग्रस्त करने की रिपोर्ट मिली है।”
त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत राय ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, “लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई एक सरकार जो कर सकती है, एक अन्य लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार उसे ठीक कर सकती है।”
राय ने संभवत: अतीत में अन्य दलों के नेताओं की मूर्तियों को गिराए जाने के संबंध में यह ट्वीट किया था।
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यपाल और त्रिपुरा पुलिस प्रमुख अखिल कुमार शुक्ला से इस संबंध में बातचीत की और भाजपा की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले इस पूर्वोत्तर राज्य में फैली हिंसा को समाप्त करने के लिए कदम उठाने के लिए कहा।
माकपा के त्रिपुरा सचिव बीजन धर ने सोमवार रात को आरोप लगाया कि त्रिपुरा में शनिवार से ही 200 विभिन्न जगहों पर भाजपा-आईपीएफटी कार्यकर्ताओं के हमले में माकपा के 514 समर्थक घायल हुए हैं।
धर ने पत्रकारों से कहा, “लगभग 1,539 घरों में आगजनी, हमले और लूट की घटनाएं हुई हैं। 500 विभिन्न जगहों पर कई रबर गार्डन और छोटे वाहनों, सैकड़ों छोटे दुकानों को कब्जे में ले लिया गया, क्षतिग्रस्त किया गया और जला दिया गया।”
माकपा के केंद्रीय समिति के सदस्य धर ने कहा, “हम प्रशासन और भाजपा नेतृत्व से चुनाव बाद हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग करते हैं।”
वहीं, भाजपा के त्रिपुरा प्रदेश उपाध्यक्ष सुबल भौमिक ने माकपा पर जान बूझकर उकसाने और हिसा में संलिप्त होने व भाजपा समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “विभिन्न जिलों में पार्टी इकाई से प्राप्त रिपोर्टों के आधार पर, पिछले 48 घंटों में माकपा के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं पर 49 हमले की घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। इनलोगों का इलाज राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में चल रहा है।”
इस बीच राज्य में विभिन्न जगहों पर भाजपा और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की रिपोर्ट के बीच, जिला प्रशासन ने कई जिलों में निषेधात्मक आदेश दिए हैं और हिंसा को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
पश्चिमी त्रिपुरा जिले के पुलिस प्रमुख अभिजीत सप्तऋषि ने कहा कि पुलिस ने पश्चिमी त्रिपुरा के मंडाई में हिंसा में संलिप्त कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
एएनआई ने भाजपा नेता सुब्रमनियन स्वामी की मीडियाकर्मियों से की गयी बात को ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि लेनिन विदेशी थे और आतंकवादी थे, ऐसे लोगों की मूर्ति की यहाँ क्या आवश्यकता? मूर्ति को कम्युनिस्ट पार्टी अपने मुख्यालय में लगाए और वहां उनकी पूजा करे।
#Lenin to videshi hai, ek parakar se antankwadi hai, aise vyakti ka humare desh mein statue? Woh statue Communist party ke headquarters ke andar rakh sakte hain aur pooja karen :Subramanian Swamy pic.twitter.com/DUDVFApSCT
— ANI (@ANI) March 6, 2018