
शियामेन, 4 सितम्बर | ब्रिक्स नेताओं ने सोमवार को कहा कि वे खुली और समावेशी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं और दृढ़ता से संरक्षणवाद का विरोध करते हैं। 9वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में स्वीकृत शियामेन घोषणा-पत्र में कहा गया है, “हम संरक्षणवाद का दृढ़ता से विरोध करते रहेंगे। हम संरक्षणवादी कदमों को वापस लेने और उसे रोकने के लिए अपने मौजूदा संकल्प के प्रति बचनबद्धता को दोहराते हैं और हम दूसरे देशों से इस प्रतिबद्धता में शामिल होने के लिए गुजारिश करते हैं।”
ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) ने कहा कि वे विश्व व्यापार संगठन के सन्निहित खुले और समावेशी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
ब्रिक्स देशों ने कहा, “हम खुली और समावेशी विश्व अर्थव्यवस्था के महत्व पर जोर देते हैं और चाहते हैं कि वैश्वीकरण के फायदे का हिस्सा सभी देशों और लोगों को मिले। हम एक नियम आधारित, पारदर्शी, भेदभाव रहित, खुली और समावेशी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के प्रति बचनबद्ध हैं, जैसा कि विश्व व्यापार संगठन में कहा गया है।”
ब्रिक्स समूह के देशों ने डब्लूटीओ के नियमों के कार्यान्वयन और पूर्ण प्रवर्तन के प्रति अपनी बचनबद्धता की पुष्टि की और कहा कि वे संगठन को आगे और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
घोषणा-पत्र में कहा गया है, “हम बाली और नैरोबी एमसीएम परिणामों के कार्यान्वयन में तेजी लाने और इस वर्ष अर्जेंटीना में होने जा रहे विश्व व्यापार संगठन के मंत्री स्तरीय सम्मेलन से सकारात्मक परिणाम निकलने का आग्रह करते हैं।”
इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के मिशेल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने हिस्सा लिया।
–आईएएनएस