केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन कलाम से बड़े वैज्ञानिक बनेंगे और मेरा गुरुत्वाकर्षण तरंग नरेंद मोदी तरंग कहा जाएगा: भारतीय वैज्ञानिक




पंजाब के जालंधर के लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में आयोजित 106 वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस में तमिलनाडु के एक वैज्ञानिक ने मौजूदा सत्ता की चाटुकारिता के तमाम रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.

तमिलनाडु के अलियर स्थित वर्ल्ड कम्युनिटी सर्विस सेंटर के वरिष्ठ वैज्ञानिक कनक जगाथला कृष्णन यहाँ आइन्स्टाइन के सिद्धांतों पर अपना व्याख्यान दे रहे थे. व्याख्यान में अधिकतर समय उनहोंने लोगों से अपना ही राग अलापा और हर्षवर्धन को अब्दुल कलाम से बड़ा वैज्ञानिक और अपने गुरुत्वाकर्षण का नाम नरेंद्र मोदी तरंग रखने की घोषणा की.



उनहोंने कहा कि न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण बल की गलत और अतार्किक व्याख्या की थी. शुक्रवार को अपने संबोधन में कृष्णन ने कहा कि अल्बर्ट आइन्स्टाइन ने भी अपने सापेक्षता के सिद्धांत से पूरी दुनिया को गुमराह किया है. इसके साथ ही कृष्णन ने कहा कि केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन भविष्य में भारत के मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम से बड़े वैज्ञानिक बनेंगे. ज्ञात रहे कि इस कार्यक्रम में केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे.

कृष्णन ने सर आइजक न्यूटन के बारे में कहा कि उनकी गुरुत्वाकर्षण की शक्तियों के बारे में काफी समझ नहीं थी और इसीलिए उनहोंने इससे संबंधित बहुत प्रश्नों के जवाब नहीं दिए. उनहोंने आइन्स्टाइन को भी नामसझ कहा. कहा कि भौतिकी को लेकर सिर्फ न्यूटन का ही ज्ञान कम नहीं था बल्कि अल्बर्ट आइन्स्टाइन ने भी सापेक्षता (relativity) के सिद्धांत को लेकर दुनिया को गुमराह किया.

कृष्णन ने कहा “एक बार जैसे ही मेरे सिद्धांत साबित हो गए, भौतिक विज्ञान के बारे में अभी लोग जो समझ रहे हैं, वह धारणा गलत हो जाएगी.”

उनहोंने कहा कि अगर उनके सिद्धांतों को स्वीकार कर लिया जाता है तो गुरुत्वाकर्षण तरंगों का नाम वह नरेंद्र मोदी तरंग रखेंगे और गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का नाम ‘हर्षवर्धन प्रभाव’ रखेंगे.

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