
नई दिल्ली: सीबीआई विवाद पर सुनवाई के बीच डीआईजी मनीष कुमार सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने अपने तबादले को चुनौती देने के साथ एक केंद्रीय राज्य मंत्री और शीर्ष अफसरों पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं।
सिन्हा ने अर्जी में कहा कि सीबीआई में लोगों को फंसाने के लिए उच्च स्तर से दबाव बनाया जाता है। उनका तबादला तब किया गया जब वह कुछ लोगों के नाम उजागर करना चाहते थे। सतीश सना की जांच के दौरान कुछ बड़े लोगों का पता लगा जो मामले को नियंत्रित कर रहे हैं।
सिन्हा के मुताबिक सना ने 20 अक्तूबर को बताया था कि जून 2018 में केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री हरिभाई पी. चौधरी को कुछ करोड़ रुपये दिए गए थे। सिन्हा ने एनएसए अजीत डोभाल, विधि सचिव सुरेश चंद्रा और कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा पर भी आरोप लगाए। विधि सचिव ने आरोपों को निराधार बताया है।