
नई दिल्ली : 2019 के लिए महागठबंधन की कवायद में जुटी कांग्रेस ने अखिलेश को मनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव के प्रति नरम संकेत दिखाने का लगभग तुरंत ही असर हुआ है।
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने इसका संकेत देते हुए कहा है कि नाराजगी दूसरों से नहीं होती है। दोनों दलों का नेतृत्व आपस में बातचीत कर मामले को सुलझा लेगा। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में समर्थन दे रही सपा-बीएसपी को कैबिनेट विस्तार में पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके बाद सपा प्रमुख का बयान आया कि वह क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाकर संघीय मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे तेलंगाना के सीएम राव से हैदराबाद जाकर मिलेंगे। साथ ही मध्य प्रदेश में अपनी पार्टी के विधायक को मंत्री नहीं बनाने पर कांग्रेस पर तंज कसा था। इससे यह संकेत गया कि सपा यूपी में होने वाले गठबंधन से कांग्रेस को दूर रख सकती है।
ऐसे में कांग्रेस की तरफ से मामले को संभालने की कोशिश शुरू हो गई। राज बब्बर ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय नेता के वक्तव्य में उनकी नाराजगी नजर आ रही है। नाराजगी कभी बेगानों से नहीं होती है। कांग्रेस और सपा का नेतृत्व आपस में बात करके इन चीजों को सुलझा लेगा।