
राफेल सौदे में निजी कंपनी को भारतीय ऑफसेट साझेदार के रूप में शामिल करने की पुष्टि करने वाले नए खुलासे के बाद कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने दोस्त को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया और उनसे करोड़ों रुपये के ‘घोटाले’ पर चुप्पी तोड़ने के लिए कहा।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोनों श्रमिक संगठनों की दसाल्ट के सीओओ के साथ बैठक का जो ब्यौरा सामने आया है उससे ओलांद के उस बयान के पुष्टि हुई है कि उनके पास ऑफसेट साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस के अलावा कोई विकल्प नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री इन नए खुलासों के बाद चुप्पी साधे नहीं रह सकते और उन्हें अब जवाब देना होगा। उन्हें बताना होगा कि क्या वह देश के प्रधानमंत्री हैं या अनिल अंबानी के चौकीदार हैं?’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई मंत्रियों ने कहा है कि दसॉ एविएशन ने ऑफसेट साझेदार का चुनाव स्वतंत्र तरीके से किया है। इसपर सुरजेवाला ने कहा कि फिर सेगालेन ऐसा क्यों कह रहे हैं कि यह दसॉ एविएशन के लिए जरूरी और अनिवार्य था कि वह राफेल इंडिया के निर्यात सौदे को पाने के लिए इसके इस समकक्ष को स्वीकार करे। उन्होंने कहा कि न ही फ्रांस और न ही भारत सरकार ने ओलांद के दावे का खंडन किया है। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि मोदी इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ें।
(इनपुट भाषा)