
अखिलेश यादव का छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विरोधी रुख सामने आने के बाद अब यूपी में महागठबंधन होने के आसार कम हो गये हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती पहले ही कांग्रेस के खिलाफ अपनी तल्खी जाहिर कर संकेत दे चुकी हैं ऐसे में यूपी में भाजपा के खिलाफ गठबंधन में कांग्रेस के लिए ख़ासा मुश्किल साबित हो सकती है।
रविवार को छत्तीसगढ़ और सोमवार को मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने साथ मिलकर देश को पीछे ले जाने का काम किया है। हालांकि इससे पहले अखिलेश यादव ने कांग्रेस को चेतावनी दी कि अगर ‘साइकिल’ को रोकोगे तो हम उसके हैंडल से ‘हाथ’ को हटा देंगे।
असल में बसपा सुप्रीमो मायावती पहले से ही कांग्रेस को निशाने पर लिये हुए हैं। सपा हर हाल में बसपा से तालमेल कर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है ताकि भाजपा को रोका जा सके। इसके लिए अखिलेश कई बार सीटों को लेकर भी नर्म रुख अपनाए हुए हैं। ऐसे में यह स्वाभाविक भी है कि सपा बसपा की राह पर चलते हुए कांग्रेस को निशाने पर रखे।
दिलचस्प बात यह है कि अखिलेश यादव कांग्रेस को अब तक अपना स्वाभाविक दोस्त बताते रहें हैं। अखिलेश के ताजा रुख से साफ है कि 2019 में कांग्रेस के साथ गठबंधन की राह अब मुश्किल हो रही है।