
नई दिल्ली, 23 अप्रैल, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क) | केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने देश में दलितों की दुर्दशा का आरोप कांग्रेस पर लगाया और कहा यह दलितों का वोट है, जो राजनीतिज्ञों को उनकी ओर आकर्षित करता है। पासवान ने राहुल गांधी द्वारा मोदी सरकार के दौरान दलितों के खिलाफ बढ़े अत्याचार के लगाए गए आरोपों पर यहां पत्रकारों से कहा, “दलितों के पास मतदान का अधिकार न होता तो क्या कोई उनके पास जाता? यदि दलितों को मतदान का अधिकार नहीं दिया गया होता, तो क्या आपको लगता है कि राहुल गांधी उनके घर जाते और उनके साथ भोजन करते?”
उन्होंने कहा, “दलितों को डॉ. बी.आर. आंबेडकर और महात्मा गांधी के बीच हुए पूना समझौते के आधार पर मतदान का अधिकार मिला।”
उन्होंने कहा, “यह अच्छी बात है कि आप उनके घर जाते हैं। लेकिन जब आप सत्ता में आते हैं तो उनके लिए कुछ काम भी कीजिए। इसके लिए कौन जिम्मेदार है कि आजादी के 70 वर्षो बाद भी दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं? क्या यह पिछले 48 महीने की राजग सरकार की वजह से हो रहा है या कांग्रेस के 48 वर्षो के शासन की वजह से हो रहा है?”
राजनीति के जानकार पासवान के इस बयान को पासवान और भाजपा के बीच बढ़ते मतभेद की नज़र से देख रहे हैं।