
वोटर लिस्ट से वोटरों के नाम काटे जाने को लेकर चुनाव आयोग और बीजेपी पर चुन चुनकर हमले कर रही आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया।
आप नेताओं ने दावा किया कि दिल्ली की वोटर लिस्ट से जिन 30 लाख लोगों के नाम कटवाए हैं, उनमें से 4 लाख से ज्यादा बनिया/ वैश्य समाज के लोग हैं। कहा कि पहले बीजेपी सिर्फ मुसलमानों से परहेज करती थी, लेकिन वह जानती है कि नोटबंदी, जीएसटी और सीलिंग की मार से परेशान दिल्ली के वैश्य समुदाय के लोग आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं देने वाले हैं, इसलिए अब वह चुन-चुनकर वैश्य समाज के लोगों के नाम भी वोटर लिस्ट से कटवा रही है।
आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने तो यह तक कह डाला कि बीजेपी ने बनियों को देश का दूसरा मुसलमान बना दिया है। उन्होंने कहा कि बनियों से बीजेपी की बढ़ती दूरी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मध्य प्रदेश की 230 सीटों में से एक भी सीट पर बीजेपी ने वैश्य समुदाय के किसी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया, जबकि राजस्थान में बनिया समाज के केवल 3 लोगों को टिकट दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस बारे में ट्वीट कर कहा, ‘अग्रवाल समाज के दिल्ली में कुल 8 लाख वोट हैं। उनमें से 4 लाख वोट कटवा दिए, यानी 50 प्रतिशत। आज तक ये समाज बीजेपी का कट्टर वोटर था। इस बार नोटबंदी और जीएसटी की वजह से ये नाराज हैं, तो बीजेपी ने इनके वोट ही कटवा दिए। ये बेहद शर्मनाक है।’
आप के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों का ब्यौरा देते हुए बताया कि किस-किस सीट पर कितने बनिया वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए। उन्होंने बताया कि पूरी दिल्ली में कुल 4,16,971 बनिया वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।