
जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी के पांच अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई जा सकती है। अभियोजकों ने इस मामले में सीधे तौर पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को क्लीनचिट देते हुए कहा है कि वह इसमें शामिल नहीं थे।
सरकारी अभियोजक के दफ्तर के प्रवक्ता ने कहा कि हत्या के बारे में प्रिंस मोहम्मद को कोई जानकारी नहीं थी। सरकारी न्यूज एजेंसी एसपीए द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार सरकारी अभियोजक ने हत्या में शामिल पांच लोगों को मौत की सजा देने की मांग की है। हत्या के मामले में कुल 21 लोगों को हिरासत में लिया गया था।
दरअसल, जमाल अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार होने के साथ-साथ सऊदी शाह के बड़े आलोचक भी थे। उन्हें अपनी शादी के लिए कागजात हासिल करने के लिए आखिरी बार 2 अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास में घुसते देखा गया था।
विदेश मंत्री आदिल अल-जुबैर ने कहा कि सऊदी अरब के पास अपना जांच निकाय है और खशोगी की हत्या की स्वतंत्र जांच को ‘खारिज’ करता है। खशोगी का कत्ल करने से पहले उन्हें भारी मात्रा में नशीला पदार्थ दिया गया था और फिर उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे।