
पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास अपने खरे बोल के लिए जाने जाते हैं. केंद्र में भाजपा की सरकार और बिहार की नीतीश सरकार के विरुद्ध इनका परचम हमेशा बुलंद रहता है. अभी हाल ही इन्होंने बिहार चुनाव से ठीक पहले “नालायक नीतीश, बदहाल बिहार’ नाम के साथ के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करना शुरू किया है जो वायरल हो रहा है. इस सीरीज में अमिताभ पपिया घोष से लेकर पूर्णिया एमएलए राज किशोर केसरी की हत्याकाण्ड पर आश्चर्यजनक रहस्योद्घाटन भी कर रहे हैं.
इससे पहले उनहोंने बिहार में हुए मुज़फ्फरपुर बालिका गृह काण्ड, चमकी बुखार में सैकड़ो बच्चों की मौत इत्यादि जैसे महत्वपूर्ण घटनाओं पर बात की है.
द मॉर्निंग क्रॉनिकल ने जब पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं तो उनहोंने कहा कि 15 साल की नीतीश की अगुवाई की सरकार ने राज्य को और 6 सालों में भाजपा ने पूरे देश को बीमार बना दिया है. मीडिया रिया और सुशांत जैसे मुद्दे से लोगों को भ्रमित कर रही है. मीडिया या तो डरी हुई है या बिकी हुई है. छोटे छोटे न्यूज़ पोर्टल भी नेताओं के पीछलग्गू बने हुए हैं और मुद्दों पर बात नहीं हो रही है.

किसी भी लोकतंत्र में चुनाव ही वह उपाय है जिनसे हम समस्याओं से निजात पा सकते हैं. यही समय है जब हमको जनता को जागरूक करने की आवश्यकता है कि वह अगले पांच साल में कैसा नेता चुनें कि राज्य का भविष्य बेहतर हो सके. इसी को लेकर मैंने यह सीरीज बनाई है.
चूंकि मीडिया तो वास्तविक मुद्दों को उठाने से रहा तो सोशल मीडिया ही बस आम लोगों तक पहुँचने का एक मात्र साधन है और मैंने वही रास्ता अपनाया है.
सोशल मीडिया जब नफ़रत से भरा पटा है मैं मुद्दों की बात करता हूं,.मैं जागरूकता की बात करता हूँ. मैं मुहब्बत और नागरिक एकता की बात करता हूँ. और लोग पसंद कर रहे हैं.
क्या आपको उम्मीद है कि इस बार नीतीश शासन से बिहार को छुटकारा मिलेगा? इस प्रश्न पर उनहोंने कहा कि यह जनता तय करेगी. लेकिन मैं ऐसा ही आशा करता हूँ. ज़रूरी है कि बिहार को सही मायने में सुशासन की सरकार मिले.
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने अनौपचारिक तौर पर कुछ महीने पहले बिहार विप्लवी परिषद बनाने की भी घोषणा की थी. इस प्रश्न पर उनहोंने कहा कि हाँ बिहार विप्लवी परिषद का उद्देश्य फिलहाल चुनावी राजनीति नहीं है लेकिन चुनावी राजनीति को स्वच्छ बनाने पर हम काम कर रहे हैं और करेंगे.
अमिताभ कुमार दास 1994 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस हैं. उनहोंने कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर रह कर देश की सेवा की है.
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