
गृह मंत्रालय द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सुरक्षा कवर को SPG (विशेष सुरक्षा समूह) रैंक से Z + में डाउनग्रेड कर दिया गया हैं। अब पूर्व प्रधान मंत्री को मिलने वाला एसपीजी कवर उन्हें नहीं मिलेगा और उनकी सुरक्षा Z+ की होगी.
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटाने का फैसला समय समय पर होने वाले रिव्यू में किया गया.
एसपीजी (Special Protection Group) सुरक्षा अभी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा के पास है।
ज्ञात रहे कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को 2018 में उनकी मृत्यु तक एसपीजी कवर दिया जा रहा था।
मनमोहन सिंह के करीबी सूत्रों के अनुसार, मनमोहन सिंह अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं हैं और वह सरकार के निर्णय का सम्मान करेंगे. मनमोहन सिंह की बेटी ने 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार के आने के बाद खुद ही एसपीजी कवर त्याग दिया था.
हालंकि कांग्रेस पार्टी ने इस पर नाराजगी ज़ाहिर की है. पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री का सुरक्षा कवर हटाने का आदेश देने वाले मौजूदा प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को यह याद रखना चाहिए कि वे भी एक दिन पूर्व होंगे. कर्म आपको देख रहा है.’
Present PM’s and HM’s who order withdrawal of security and benefits for former PM’s must remember that they too will be former one day. Karma is always watching.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) August 26, 2019
एसपीजी की स्थापना 1985 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद में विशेष रूप से प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा के लिए की गयी थी.
1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद, 10 साल के लिए पूर्व पीएम और उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एसपीजी अधिनियम में संशोधन किया गया था।
मनमोहन सिंह वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं। उन्होंने शुक्रवार को अपने छठे कार्यकाल के लिए उच्च सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली।