
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोपियों पर मुख्य मंत्री अशोक गहलोत का पंजा कसता जा रहा है. राजस्थान में बागी कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के साथ गजेंद्र सिंह और संजय जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. कांग्रेस नेता महेश जोशी ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज कराई है.
कांग्रेस ने आज आरोप लगाया था कि जांच से पता चला है कि बागी विधायक भाजपा के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे थे.
कांग्रेस व्हीप प्रमुख महेश जोशी ने कहा है कि एफआईआर में भंवर लाल शर्मा, गजेंद्र सिंह और संजय जैन का नाम है. मैंने केवल गजेंद्र सिंह का उल्लेख किया है और लोग अनुमान लगा रहे हैं। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) जांच में पता लग जाएगा.
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एडीजी अशोक राठौर ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि महेश जोशी (कांग्रेस नेता) की दो शिकायतें थीं. ये शिकायतें उस ऑडियो के संबंध में है जो कल वायरल हुई थी। हमने धारा 124 ए और 120 बी के तहत 2 एफआईआर दर्ज की हैं. क्लिप की सत्यता की जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि संजय जैन से कल पूछताछ की गई, उन्हें आज भी बुलाया गया है। वर्तमान में हम उनसे कुछ तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
कांग्रेस ने भंवर लाल शर्मा और एक अन्य बागी विधायक विश्वेंद्र सिंह को भी निलंबित कर दिया है. उन्होंने दावा किया है कि वे राजस्थान की सरकार को हटाने के लिए सौदा करने में शामिल थे. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दो ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई हैं जिसमें भंवर लाल शर्मा को भाजपा नेताओं के साथ चर्चा करते हुए सुना गया.
LIVE: Special Congress Party Briefing by Shri @rssurjewala and Shri @GovindDotasra in Jaipur https://t.co/EaEs94geAP
— Congress (@INCIndia) July 17, 2020
वायरल ऑडियो टेप ऑनलाइन मौजूद है लेकिन कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उसे चलाया नहीं। सुरजेवाला ने मीडिया को ऑडियो टेप की बातचीत के कुछ अंश को पढ़कर सुनाया। हालांकि ऑडियो के सही होने की पुष्टि नहीं हुई है.
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश के बारे में आडियो सामने आने के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने जांच शुरू कर इस प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता संजय जैन को हिरासत में लिया है. सूत्रों ने बताया कि सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से इस मामले में शिकायत की थी जिसके बाद एसओजी ने यह कार्रवाई की है.