
नई दिल्ली : मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अनुपस्थिति में गोवा में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। रविवार को भाजपा की एक केंद्रीय टीम के गोवा पहुंचने के बाद सोमवार को कांग्रेस के 16 विधायकों ने राज्य में सरकार बनाने का मौका दिए जाने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर भाजपा की केंद्रीय टीम ने बीमार चल रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अनुपस्थिति में वैकल्पिक नेतृत्व के कयास के बीच सोमवार को यहां गोवा के पूर्व विधायकों से मुलाकात भी की।
गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा में 16 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 14 विधायक ही हैं।
गोवा में कांग्रेस की सरकार बनाने की मांग को लेकर बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने आज कहा कि पहले भी कांग्रेस को बड़ी पार्टी होते हुये भी सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया लेकिन इस बार वहां की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को कांग्रेस के साथ न्याय करते हुये सरकार बनाने का अवसर देना चाहिये ताकि संसदीय मर्यादा की रक्षा हो सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा ने गोवा में जनमत का अपमान किया था क्योंकि गोवा की जनता ने पिछली भाजपा सरकार के विरुद्ध जनमत दिया था, जिससे वह दूसरे नम्बर की पार्टी बनी और कांग्रेस सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी थी।
भाजपा द्वारा की गई सिलसिलेवार बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) राम लाल कहा कि गोवा सरकार स्थिर है और उसमें किसी तरह के बदलाव की कोई आवश्यकता नहीं है। बैठक में विभिन्न नेताओं द्वारा व्यक्त राय को राज्य के हित में निर्णय लेने के लिए पार्टी हाई कमांड के साथ साझा किया जाएगा।