“हलाला जायज और एक्टिंग हराम, क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान?”: कांग्रेसी प्रवक्ता




ज़ायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का विवादित बयान आया है. कांग्रेस के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी जो पेशे से वकील भी हैं ने ट्वीट किया है. ट्वीट में उनहोंने लिखा है “हलाला जाएज़ और एक्टिंग हराम, क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान?

यह उस पार्टी के वरिष्ठ नेता का बयान है जो स्वतंत्रता के बाद देश पर लगभग 60 वर्षों तक शासन करते रहे और जिस पार्टी पर देश में मुसलमानों और दलितों की दयनीय स्थिति का आरोप लगता रहा है. ज्ञात रहे कि इसी पार्टी ने शाह बानो केस में मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने के लिए संसद में कानून लाया था जो स्पष्ट रूप से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के दबाव में था.

अभी आरिफ मुहम्मद खान ने कांग्रेसी पूर्व प्रधान मंत्री पी वी नरसिम्हा राव के बारे में कहा था कि उन्होंने मुसलमानों को गटर का प्राणी कहा था. आरिफ मुहम्मद खान ने कहा कि जब कांग्रेस संसद में शाह बानो के मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ सदन में कानून पारित कर रही थी तब वह अपना इस्तीफा लिख रहे थे. तब इस्तीफा न देने को लेकर पी वी नरसिम्हा राव ने कहा था कि तुम इन मुसलमानों के लिए इस्तीफा क्यों दे रहे हो जो गटर में रहना चाहते हैं.

इससे पहले भी सिंघवी ने ज़ायरा के बॉलीवुड छोड़ने को लेकर ट्वीट किया था. उनहोंने कहा कि अगर ज़ायरा के इस कारण को सामान्य तौर पर लिया जाए तो भारत के गौरव आमिर खान, शाहरुख़ खान, सलमान खान, ए आर रहमान, जावेद अख्तर और अन्य लोगों का क्या होगा?

ट्वीट से स्पष्ट है कि सिंघवी जैसे कांग्रेस के बड़े नेता का मत है कि ज़ायरा ने बॉलीवुड अगर छोड़ दिया तो जो मुसलमान बॉलीवुड में हैं उन्हें भी बॉलीवुड छोड़ देना चाहिए. यह कुंठित मानिसकता वाले की ही सोच हो सकती है जो किसी व्यक्ति विशेष की व्यक्तिगत पसंद को पूरे समाज पर थोपना चाहता है.

अभिषेक मनु सिंघवी का इससे पहले दिल्ली में मंदिर पर पथराव को लेकर भी एक ट्वीट आया था जो हिन्दू मुस्लिम सद्भावना को बिगाड़ने के लिए काफी था. ज्ञात रहे कि दो दिन पहले पुरानी दिल्ली में एक मंदिर पर पथराव हुआ था जिसका आरोप पड़ोस के मुसलमानों पर था. बाद में स्थानीय मुसलमानों और हिन्दुओं में सुलह हुआ और वहां सांप्रदायिक तनाव आपसी समझ से टल गया. स्थानीय लोगों का कहना था कि यह कुछ लोगों की साज़िश थी जो इस इलाके में सालों से बने हिन्दू मुस्लिम सद्भावना को बिगाड़ना चाहते थे.

सिंघवी ने ट्वीट किया था “दो दिन मंदिर की घटना को हो गए और गृह मंत्री केंद्र शासित दिल्ली पुलिस द्वारा कोई कारवाई नहीं की गयी. हमें पता है कि सत्ताधारी पार्टी अल्पसंख्यकों का ख्याल नहीं करती लेकिन यह तो बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं का भी सम्मान नहीं कर रही.”

ज्ञात रहे कि अभिषेक मनु सिंघवी का 2012 में एक सीडी वायरल हुआ था जिसमें सिंघवी को आपत्तिजनक स्थिति में एक महिला के साथ दिखाया गया था. इस काण्ड के बाद सिंघवी को कांग्रेस के प्रवक्ता पद के अतिरिक्त विधि और न्याय की पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना पड़ा था. तब वह कांग्रेस के राज्य सभा सांसद थे.

Liked it? Take a second to support द मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी टीम on Patreon!