
ज़ायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का विवादित बयान आया है. कांग्रेस के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी जो पेशे से वकील भी हैं ने ट्वीट किया है. ट्वीट में उनहोंने लिखा है “हलाला जाएज़ और एक्टिंग हराम, क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान?
हलाला जायज और एक्टिंग हराम,क्या ऐसे तरक्की करेगा हिंदुस्तान का मुसलमान ? #ZairaWasim
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 2, 2019
यह उस पार्टी के वरिष्ठ नेता का बयान है जो स्वतंत्रता के बाद देश पर लगभग 60 वर्षों तक शासन करते रहे और जिस पार्टी पर देश में मुसलमानों और दलितों की दयनीय स्थिति का आरोप लगता रहा है. ज्ञात रहे कि इसी पार्टी ने शाह बानो केस में मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने के लिए संसद में कानून लाया था जो स्पष्ट रूप से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के दबाव में था.
अभी आरिफ मुहम्मद खान ने कांग्रेसी पूर्व प्रधान मंत्री पी वी नरसिम्हा राव के बारे में कहा था कि उन्होंने मुसलमानों को गटर का प्राणी कहा था. आरिफ मुहम्मद खान ने कहा कि जब कांग्रेस संसद में शाह बानो के मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ सदन में कानून पारित कर रही थी तब वह अपना इस्तीफा लिख रहे थे. तब इस्तीफा न देने को लेकर पी वी नरसिम्हा राव ने कहा था कि तुम इन मुसलमानों के लिए इस्तीफा क्यों दे रहे हो जो गटर में रहना चाहते हैं.
इससे पहले भी सिंघवी ने ज़ायरा के बॉलीवुड छोड़ने को लेकर ट्वीट किया था. उनहोंने कहा कि अगर ज़ायरा के इस कारण को सामान्य तौर पर लिया जाए तो भारत के गौरव आमिर खान, शाहरुख़ खान, सलमान खान, ए आर रहमान, जावेद अख्तर और अन्य लोगों का क्या होगा?
if this reasoning of #ZairaWasim is adopted generically, wht wl happen to pride of India #AamirKhan #ShahrukhKhan #SalmanKhan #ARRahman #JavedAkhtar And many others!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 3, 2019
ट्वीट से स्पष्ट है कि सिंघवी जैसे कांग्रेस के बड़े नेता का मत है कि ज़ायरा ने बॉलीवुड अगर छोड़ दिया तो जो मुसलमान बॉलीवुड में हैं उन्हें भी बॉलीवुड छोड़ देना चाहिए. यह कुंठित मानिसकता वाले की ही सोच हो सकती है जो किसी व्यक्ति विशेष की व्यक्तिगत पसंद को पूरे समाज पर थोपना चाहता है.
अभिषेक मनु सिंघवी का इससे पहले दिल्ली में मंदिर पर पथराव को लेकर भी एक ट्वीट आया था जो हिन्दू मुस्लिम सद्भावना को बिगाड़ने के लिए काफी था. ज्ञात रहे कि दो दिन पहले पुरानी दिल्ली में एक मंदिर पर पथराव हुआ था जिसका आरोप पड़ोस के मुसलमानों पर था. बाद में स्थानीय मुसलमानों और हिन्दुओं में सुलह हुआ और वहां सांप्रदायिक तनाव आपसी समझ से टल गया. स्थानीय लोगों का कहना था कि यह कुछ लोगों की साज़िश थी जो इस इलाके में सालों से बने हिन्दू मुस्लिम सद्भावना को बिगाड़ना चाहते थे.
सिंघवी ने ट्वीट किया था “दो दिन मंदिर की घटना को हो गए और गृह मंत्री केंद्र शासित दिल्ली पुलिस द्वारा कोई कारवाई नहीं की गयी. हमें पता है कि सत्ताधारी पार्टी अल्पसंख्यकों का ख्याल नहीं करती लेकिन यह तो बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं का भी सम्मान नहीं कर रही.”
Day 2 of the temple incident and no action yet by Home Minister, Delhi Police under the BJP rules Centre. We know the ruling party doesn’t care about minorities but does it also not care for the sentiments of majority?
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 3, 2019
ज्ञात रहे कि अभिषेक मनु सिंघवी का 2012 में एक सीडी वायरल हुआ था जिसमें सिंघवी को आपत्तिजनक स्थिति में एक महिला के साथ दिखाया गया था. इस काण्ड के बाद सिंघवी को कांग्रेस के प्रवक्ता पद के अतिरिक्त विधि और न्याय की पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना पड़ा था. तब वह कांग्रेस के राज्य सभा सांसद थे.