पुलवामा मुठभेड़ 7 आम नागरिक की मौत, ‘नरसंहार’ करार




दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में एक मुठभेड़ स्थल पर घुसने का प्रयास करने वाली उग्र भीड़ पर सुरक्षाबलों ने कथित रूप से गोलियां चला दीं जिसमें सात आम नागरिकों की मौत हो गई. इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे जाने की बात मीडिया में आई है.

हालांकि इस घटना के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों की कथित कार्रवाई पर आम नागरिकों के मारे जाने की घटना की शनिवार को कड़ी निंदा की.

नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने घटना को ‘नरसंहार’ करार दिया. वहीं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘आखिर कब तक हम अपने नौजवानों के जनाजे से कांधा देते रहेंगे?

मुख्यधारा के नेता बने और पूर्व मंत्री सज्जाद लोन ने कहा कि प्रशासन को इस तरह के आतंकवाद विरोधी अभियानों की कीमत को ‘गंभीरता से आंकने’ की जरूरत है.

जम्मू कश्मीर प्रदशे कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) अध्यक्ष जी ए मीर ने इन हत्याओं को लेकर नाराजगी जताई और इसे दुर्भाग्यपूर्ण, दुखद और बेहद निंदनीय बताया.

हालांकि इस घटना के बाद आम नागरिको में अक्रोश हैं. वही सुरक्षा का हवाला देते हुए सभी इन्टरनेट सेवाओं को बंद कर दिए गया है.

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