
—द मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी डेस्क
रांची, 4 जनवरी| केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने गुरुवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को सजा नहीं सुनाई और इसे संभवत: एक दिन के लिए टाल दिया। वहीं, लालू प्रसाद ने फिर कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि जेल में ‘बहुत ज्यादा ठंड’ है। अदालत में मौजूद वकील के अनुसार, लालू यादव ने न्यायाधीश से कहा, “सर, जेल में ठंडा बहुत लगता है।”
राजद नेता ने कहा कि इसके साथ ही और भी कई तरह की समस्याएं हैं। उन्हें जेल में कैदियों से मिलने नहीं दिया जाता है।
न्यायाधीश ने इस पर कहा, “इसलिए तो आपको यहां अदालत बुलाया जाता है ताकि आप लोगों से मुलाकात कर सकें। अगर आपको ठंड लगती है तो इसे दूर भगाने के लिए आप हारमोनियम या तबला बजाएं।”
जब लालू प्रसाद ने दावा किया कि वह इस मामले में बेकसूर हैं, तो न्यायाधीश ने कहा, “आप मुख्यमंत्री थे और वित्त विभाग के प्रभारी थे। आपने समय पर कार्रवाई नहीं की। कृपया जाइए। आज आपको सजा सुनाने का दिन नहीं है।”
लालू प्रसाद ने इसके बाद कहा, “सर, मैं भी वकील हूं। इस पर न्यायाधीश ने कहा, तब आप जेल में डिग्री लेकर आइए।”
लालू प्रसाद ने कहा, “सर, सबकुछ सही हो जाए, अगर किसी के पास ठंडा दिमाग हो।”
इस पर न्यायाधीश ने कहा, “मैं किसी की नहीं सुनता। आपके शुभचिंतकों के फोन बहुत दूर-दूर से आते हैं।”
न्यायाधीश ने कहा कि अगर राजद नेता को अदालत आने में समस्या है तो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आगे की कार्यवाही हो सकती है।
इसपर लालू प्रसाद ने कहा, “नहीं सर, मुझे अदालत आने में कोई समस्या नहीं है। मैं अदालत आउंगा।”
लालू प्रसाद को संभवत: शुक्रवार को सजा सुनाई जाएगी।
वकीलों के अनुसार, अगर लालू प्रसाद को तीन वर्ष की सजा सुनाई जाती है तो सजा सुनाने के तुरंत बाद उन्हें जमानत मिल सकती है।
लालू प्रसाद फिलहाल रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं।
–आईएएनएस