
Patna : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद से गिरफ्तारी का आंकड़ा डेढ़ लाख को भी पार कर गया है। बिहार में शराबबंदी से जुड़े ये आंकड़े बेहद चौकानेवाले हैं।
हालांकि ये भी सच है शराबबंदी के बाद भले ही मुकदमे और गिरफ्तारी की संख्या हजारों और लाखों में है, पर सजा की रफ्तार बेहद सुस्त है।
बिहार में शराबबंदी कानून के तहत अप्रैल 2016 से 12 सितम्बर 2018 तक एक लाख 33 हजार, 339 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 52 हजार, 185 मामले उत्पाद विभाग जबकि पुलिस ने 81 हजार, 154 प्राथमिकी दर्ज की है।
उत्पाद विभाग के आंकड़ों के मुताबिक उसके द्वारा दर्ज किए गए मुकदमों में सबसे ज्यादा मामले शराब के सेवन से जुड़ा है। दो वर्ष से ज्यादा की अवधि में दर्ज इन मुकदमों में 30 हजार 711 यानी 51.88 प्रतिशत मामले पीनेवालों से संबंधित है।