
By TMC Staff-Reporter
मदरसा छात्रों को अब दीनी तालीम ज़मीन पर बैठ कर हासिल नहीं करना होगा। मदरसा छात्र भी अब CBSE और ICSI स्कूलों की तर्ज़ पर ब्लैक बोर्ड की जगह प्रोजेक्टर पर आधुनिक विषयों के साथ दीनी तालीम हासिल करेंगे।
मदरसा छात्रों को आधुनिक बनाने के लिए वर्ष-1993 में मदरसा आधुनिकरण योजना शुरू की थी। इसके तहत शिक्षक कक्षा एक में हाइस्कूल (आलिया) तक मदरसों में छात्रों को विज्ञान, इंग्लिश, हिंदी, मैथ, और सोशल साइंस, कम्प्यूटर जैसे सब्जेक्ट की शिक्षा दी जाती है।
इस मामले में उत्तरप्रदेश के मदरसा मोइनुल इस्लाम के प्रधानचर्य मौलाना उजेर आलम ने बताया कि आधुनिकरण योजनाओं वाले मदरसों के बजट की कीवस्था नहीं करनी पड़ेगी। सभी मान्यता प्राप्त अनुदानिक मदरसों में आधुनिकरण योजनाओं को संचालित किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सरकारी आकड़ों के हिसाब से 8534 मदरसों में आधुनिकरण योजनाओं को लागू किया जा रहा है। हालांकि इस मामले में योगी सरकार और केंद्रीय सरकार ने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत मदरसों को हाईटेक बनाने के लिए स्मार्ट क्लास शुरू करने की कवायत रखी है। सरकार द्वारा ये ऐलान किया गया है कि प्रति स्मार्ट क्लास रूम में प्रोजेक्टर, कम्प्यूटर, और फर्नीचर पर 2.76 लाख रुपये खर्च होंगे। वही एक मदरसे में पांच से सात स्मार्ट क्लास रूम बनेगे।