
मायावती ने आज साफ कहा कि वे मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस से किसी भी कीमत पर गठबंधन नहीं करेंगी. दरअसल कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का एक बयान आज आया, जिससे मायावती बुरी तरह खफा हो गईं.
दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक समाचार चैनल से इंटरव्यू में इशारों में कहा था कि मायावती पर सीबीआई और ईडी का दबाव है, जिसकी वजह से वह कांग्रेस के साथ नहीं आ रही. उन्होंने कहा कि मायावती का सम्मान करते हैं और उनकी मजबूरी भी समझते हैं. साथ ही मध्य प्रदेश में गठबंधन की जिम्मेदारी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की है.
इस बात से खफा आज शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर न सिर्फ गठबंधन से खुद को अलग कर लिया। इस प्रेस्सकोंफ्रेस में मायावती ने कहा कि दिग्विजय जैसे नेता नहीं चाहते कि कांग्रेस-बीएसपी में गठबंधन हो. मायावती ने दिग्विजय के बाद कांग्रेस पर हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस समझती है कि वो बीजेपी को अकेले ही हरा देगी, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. लोग कांग्रेस को उनकी गलतियों और भ्रष्टाचार की सजा देंगे.
मायावती के इस फैसले का असर न सिर्फ आसन्न विधानसभा चुनावों में दिखेगा, बल्कि 2019 में होने वाले आम चुनाव के समीकरणों पर भी रहेगा. हालांकि कांग्रेस समेत कई दल मिलकर 2019 में मोदी का मुकाबला करने के लिए महागठबंधन बनाने में जुटे है ऐसे में मायावती का ये फैसला इस पर भारी पड़ सकता है.