
बहुजन समाज पार्टी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टैच्यू आफ यूनिटी प्रतिमा का गुजरात में अनावरण के बाद भाजपा और RSS की नीतियों पर जबदरस्त हमला बोला है।
बसपा ने कहा है कि भाजपा और RSS के लोगों को बहुजन समाज के लोगों से माफी मांगनी चाहिये। जिन्होंने डा.भीमराव अम्बेडकर सहित दलितों व अन्य पिछड़े वर्गोंं के महान सन्तों, महापुरुषों के आदर-सम्मान में BSP सरकार द्वारा लखनऊ व नोएडा में निर्मित भव्य स्थलों / स्मारकों / पार्कों आदि को फिजूलखर्ची बताकर आलोचना किया करते थे।
बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने बयान में कहा है कि वैसे तो श्री पटेल अपनी बोल-चाल, रहन-सहन व खान-पान में पूर्ण रुप से भारतीयता व भारतीय संस्कृति की एक मिसाल थे, लेकिन उनकी भव्य प्रतिमा का नामकरण हिन्दी व भारतीय संस्कृति के नज़दीक होने के बजाय उनका स्टैच्यू आफ यूनिटी जैसा अंग्रेजी नाम रखना कितनी राजनीति है?
मायावती ने कहा है कि देश की जनता यह भी नहीं समझ पा रही है कि बीजेपी को अगर वाकई पटेल के नाम पर राजनीति करने के बजाय उनसे सही मायने में लगाव होता तो गुजरात में अपने लम्बे शासन के दौरान उन्होंने उनकी ऐसी भव्य प्रतिमा क्यों नहीं बनायी।