
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले विपक्षी एकजुटता और विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करने के मकसद से कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की यहां सोमवार को बैठक हुई।
लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम से ठीक एक दिन पहले सोमवार को विपक्षी दलों की अहम बैठक अहम मानी जा रही है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा बुलाई गई बैठक में कांग्रेस सहित कुल 16 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए।
खबरों की माने तो बैठक का मुख्य एजेंडा विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने और भाजपा से मुकाबले के लिए गैर-भाजपा दलों का मोर्चा बनाने के लिहाज से भविष्य की रणनीति पर बातचीत करना रहा है।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का कहना है कि वह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक विपक्षी दलों की एकता के लिए यह महत्वपूर्ण बैठक है। शिवपाल यादव द्वारा कल की गई जनाक्रोश रैली भी अपने जनधार को साबित कर चुका है।
हालांकि हमेशा ने अपने को बयां को लेकर विवादों में रहने वाले भाजपा पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि ‘‘भ्रष्ट’’ लोगों की यह बैठक खुद को बचाने के लिए है।
(इनपुट भाषा)