#MeToo: औवेसी ने एमजे अकबर को पद से हटाने की कि मांग, सरकार कर सकती है इस्तीफे की मांग




केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ महिला पत्रकारों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाने के बाद राजनीतिक घमासान जारी है। ‘मी टू’ अभियान के तहत आरोपों से घिरे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर फंसते नजर आ रहे हैं।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुसलिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एम जे अकबर पर लगे यौन उत्पीडऩ के आरोपों के बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री परिषद से हटाए जाने की मांग की है। वहीँ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने उनका इस्तीफा मांगा है।

एआईएमआईएम के प्रमुख ने ट्वीट किया, एमजे अकबर शर्म करिए! और आप तीन तलाक विधेयक पर बहस के दौरान संसद में खड़े होकर मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके उत्पीडऩ को रोकने की बात करते हैं। ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी जल्द से जल्द एम जे अकबर को पद से हटाएं।

वही कांग्रेस ने कहा है कि एमजे अकबर को यौन उत्पीड़न के आरोपों पर संतोषजनक स्पष्टीकरण देना चाहिए या तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता एस. जयपाल रेड्डी ने कहा कि एमजे अकबर के आचरण की जांच होनी चाहिए। जब उनके साथ काम कर चुकी महिला पत्रकारों ने आरोप लगाया है तो फिर वह मंत्री पद पर कैसे बने रह सकते हैं।

हालांकि इस मामले में माना जा रहा है कि नाइजीरिया की आधिकारिक यात्रा से लौटने के बाद केंद्र सरकार उनसे इस्तीफे की मांग कर सकती है। एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सरकार में भारी बेचैनी है और उनका असमर्थनीय बचाव नहीं किया जा सकता है।

बता दें कि प्रिया रमानी और प्रेरणा सिंह बिंद्रा नाम की दो महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। प्रिया रमानी का कहना है कि एमजे अकबर ने होटल के एक कमरे में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं।

 

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