
मोदी सरकार ने तीन राज्यों को गंवाने के बाद 2019 आम चुनाव से पहले बड़ा दाव फेंका है. मोदी कैबिनेट ने सोमवार को सवर्णों के लिए नौकरी और पढाई में 10 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय किया है. इस निर्णय के लिए मंगलवार को मोदी सरकार सदन में संविधान संशोधन बिल ला सकती है.
सूत्रों के अनुसार, एससी/एसटी संशोधन बिल के बाद सवर्णों की नाराज़गी को कम करने का यह पैतरा आज़माया जा रहा है. हालांकि यह संशोधन तभी लागू हो सकता है जब राज्य सभा में भी इसे पास करा लिया जा सके. भाजपा को अभी राज्य सभा में दो तिहाई बहुमत नहीं है इसलिए राज्य सभा में बिना कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों की मर्जी के बगैर बिल पास करना असंभव है. इसी कारण मुस्लिम महिलाओं से संबंधित तलाक बिल भी अभी लंबित है.
ऐसे में भाजपा का यह बड़ा दाव माना जा रहा है. कांग्रेस भाजपा का अगर यह बिल राज्य सभा में पास होने में सहयोग नहीं करती है तो कांग्रेस के विरुद्ध सवर्णों का गुस्सा फूट सकता है.
ऐसे केंद्र सरकार के इस आरक्षण की मंज़ूरी पर राजनीति गर्म होना शुरू हो गया है. बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर 15 प्रतिशत आबादी को 10% आरक्षण मिलेगा तो उस हिसाब से 85% आबादी को 90% आरक्षण तो मिलना ही चाहिए.
अगर 15 फ़ीसदी आबादी को 10% आरक्षण तो फिर 85 फ़ीसदी आबादी को 90% आरक्षण हर हाल में मिलना चाहिए।
10% आरक्षण किस आयोग और सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आधार पर दिया जा रहा है? सरकार विस्तार से बतायें।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 7, 2019
आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस निर्णय का स्वागत किया और कहा कि इसे पास करवाएं वरना यह जुमला होगा. केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा “चुनाव के पहले भाजपा सरकार संसद में संविधान संशोधन करे। हम सरकार का साथ देंगे। नहीं तो साफ़ हो जाएगा कि ये मात्र भाजपा का चुनाव के पहले का स्टंट है”
चुनाव के पहले भाजपा सरकार संसद में संविधान संशोधन करे। हम सरकार का साथ देंगे। नहीं तो साफ़ हो जाएगा कि ये मात्र भाजपा का चुनाव के पहले का स्टंट है https://t.co/CuediQtgse
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 7, 2019
वहीं नेशनल कांन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने कहा है कि गरीब सवर्णों को आरक्षण. चुनाव की घोषणा का बिगुल बज चुका है.
Reservation for economically backward upper castes. The bugle announcing the elections has well & truly sounded.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 7, 2019