
नई दिल्ली : कांग्रेस के मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के बाद भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर उसका शक बरकरार है।
सोमवार को सीएम पद की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने कहा है कि पार्टी विंध्य क्षेत्र में हुए वोटिंग पैटर्न की विशेषज्ञों से जांच कराएगी।
कमलनाथ ने बताया कि उनसे विन्ध्य क्षेत्र के कई लोग मिले थे।
उनका कहना था कि गांव ने कांग्रेस को वोट दिया, लेकिन परिणाम दूसरा आया। कांग्रेस नेता ने बताया कि पार्टी ने विन्ध्य क्षेत्र की वोटिंग और परिणाम पर फरेंसिक स्टडी की पहल की है। इसके तहत एक्जिट पोल की तरह सर्वे होगा। स्वतंत्र पेशेवर एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी दी जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद चुनाव आयोग से बात की जाएगी।
बताते चले कि मध्य प्रदेश के विन्ध्य इलाके में 30 विधानसभा सीटें हैं। कांग्रेस को इस बार केवल 6 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी के खाते में 24 सीटें गई हैं।