
मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण काण्ड से जुड़े आर्म्स एक्ट मामले में गिरफ्तार बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा को पटना हाई कोर्ट से मंगलवार को ज़मानत मिला था. आज वह शनिवार को जेल से छूटते ही मंजू वर्मा सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर पहुंची.
Patna: Former Bihar Minister Manju Verma who was granted bail by Patna High Court in connection with Arms Act case linked to Muzaffarpur Shelter Home Case, reaches CM Nitish Kumar’s residence. #Bihar pic.twitter.com/utlaO3uOCG
— ANI (@ANI) March 16, 2019
बालिका यौन शोषण केस में मंजू के पति चंद्रशेखर वर्मा अब भी जेल में बंद हैं. शर्मनाक बालिका गृहकाण्ड सामने आने के बाद मंजू वर्मा गिरफ़्तारी के डर से फरार हो गयी थीं. 3 महीने फरार रहने के बाद उनहोंने 20 नवम्बर, 2018 को मंझौल अनुमंडल के न्यायालय में सरेंडर किया था.
खुद को निर्दोष साबित करने के लिए मंजू ने जाति का कार्ड भी जमकर खेला. दिसम्बर में एक पेशी के दौरान मीडिया से बातचीत में वर्मा ने आरोप लगाया था कि वह कुशवाहा समाज से आती हैं, इसी कारण उन्हें कई महीनों से प्रताड़ित किया जा रहा है.
जानना ज़रूरी है कि गृह काण्ड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर का नाम लिया था उसके बाद सीबीआई चंद्रशेखर को तलाश रही थी लेकिन वह भागा भागा चल रहा था. तभी उसकी तलाश में गयी सीबीआई को उसके घर के बेडरूम में ट्रंक के अंदर से 50 जिंदा कारतूस ज़ब्त किया था.
चंद्रशेखर ने
इन 50 कारतूस में 19 सेल्फ लोडिंग राइफल के 7.62 बोर के थे जबकि 6 होम गार्ड द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बोल्ट एक्शन राइफल के .303 बोर के थे. दोनों कारतूस केवल सुरक्षाकर्मी को दिए जाते हैं और आम लोगों के लिए यह प्रतिबंधित है. 15 राउंड रिवाल्वर के .323 बोर के थे और 10 एकल बैरल वाले राइफल के .315 बोर के थे.