
-द मॉर्निंग क्रॉनिकल हिंदी डेस्क
नई दिल्ली, 16 जनवरी, 2017: नरेंद्र मोदी के बहुत अच्छे मित्र और विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने आईबी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तोगडि़या ने कहा कि उनकी एनकाउंटर की साजिश रची गई। तोगड़िया सोमवार को एक पार्क में बेहोश मिले थे और उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मीडिया के सामने उन्होंने कहा कि “कुछ समय से मेरा आवाज़ दबाने का प्रयास होता रहा। मैं हिन्दू एकता के लिए प्रयास करता रहा। कई वर्षों से जो हिन्दुओं की आवाज़ थी कि राम मंदिर बनाओ, गौ हत्या का कानून बनाओ, कश्मीरी हिन्दुओं को बसाओ और किसानों को लागत से डेढ़ गुना मूल्य दो, स्वास्थ्य शिक्षा दो, यह आवाज़ हिन्दुओं की ओर से मैं उठाता रहा और कुछ समय से यह आवाज़ दबाने का प्रयास होता रहा। इस प्रयास के क्रम में देश के जो 10 हज़ार डॉक्टर मैंने तैयार किए ताकि वह गरीबों की सेवा करें सेंट्रल आई बी ने उनके घर पर जा कर उन्हें डराना शुरू किया।
उनहोंने आगे कहा कि “मेरी आवाज़ दबाने के लिए मेरी सामाजिक गतिविधियों के कारण मेरे विरुद्ध कानून भंग के केस 188, 144, 153 जिन केस की जानकारी भी मेरे पास नहीं है वह बीस बीस साल के देश भर के केस निकलवा कर अरेस्ट कर के एक जेल से दुसरे जेल में भेज कर डराने का क्रम गुजरात से शुरू हुआ। कल मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का काफिला गिरफ़्तारी वारंट ले कर आता है जो कि हिन्दुओं की, मेरी आवाज़ दबाने के अनेकों क़दम में से एक है.”
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तोगड़िया रुआंसे भी हुए। उन्होंने कहा कि मुझे डराने का काम गुजरात से शुरू हुआ। मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का जत्था गिरफ्तारी के लिए आया। मैं मुंबई से पब्लिक सभा कर रात एक बजे लौटा। तोगड़िया ने कहा कि सुबह जब पूजा कर रहा था तो एक पुलिस वाला आया. बोला कि आप तुरंत निकल जाओ एनकाउंटर करने आने वाले है। इस पर उनहोंने कहा कि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं।
तोगडि़या ने कहा कि जब मैं पूजा कर रहा था तभी एक का फोन आया और फोन पर कहा कि सोला पुलिस स्टेशन से राजस्थान पुलिस का काफिला गुजरात पुलिस के साथ निकल चुकी है। मैंने सोचा कि अगर मेरे साथ कोई दुर्घटना होती है तो मेरे साथ तो जो होगा वह होगा पूरे देश में बुरी परिस्थिति खड़ी होगी इसलिए मैंने जो कपड़े पहने थे वही पहन कर चुप चाप वहां से ऑटो लेकर निकल गया। तोगड़िया ने कहा कि रास्ते से राजस्थान होम मिनिस्टर को फोन किया तो उन्होंने ऐसे किसी भी कार्रवाई से मना किया। मैंने तुरंत अपना फोन ऑफ कर दिया। फिर राजस्थान में एक आदमी के घर रूका और पुलिस से जानना चाहा तो पता चला कि वो अरेस्ट वारंट लेकर आए हैं। अब मैं पुलिस के हाथ में आता तो किसी षड़यंत्र के तहत फंसाकर पुलिस क्या करती मुझे नहीं पता। यह हिन्दुओं की, मेरी आवाज़ दबाने का प्रयास है।
प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि मैं सभी कार्यकर्ताओं को अपील करूंगा कि वह संयम बरतें और कोई हिंसा न करें। उनहोंने कहा कि उनके डॉक्टर जब आदेश देंगे तब वह जाकर जयपुर में आत्म समर्पण कर लेंगे। उनहोंने कहा कि वह अभी स्वास्थ्य नहीं हैं।