
नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी एप (नमो एप) ने भाजपा के 90 सांसदों की पोल खोल दी है। इनमें कुछ के क्षेत्र की जनता उनके कामकाज से खुश नहीं है, तो कुछ ऐसे भी हैं, जिनसे कार्यकर्ता भी नाराज हैं। संसद के आगामी सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी जब सांसदों के साथ संवाद करेंगे, तब इन सांसदों को कड़ी नसीहत दी जा सकती है।
लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा एक-एक सांसद और हर लोकसभा क्षेत्र का फीड बैक जुटा रही है। इसी के तहत सरकार के चार साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के कामकाज पर नमो एप पर लोगों से राय मांगी थी। आम जनता से सांसदों और विधायकों के कामकाज, संबंधित क्षेत्र के तीन लोकप्रिय भाजपा नेताओं के नाम, सरकार की तीन लोकप्रिय योजनाओं के नाम और सरकार के कामकाज में तेजी जैसे मुद्दों पर राय जानी गई थी।
इस बीच भाजपा संगठन और उसकी आईटी टीम ने भी विभिन्न तरीकों व प्रक्रियाओं के जरिये, संगठन, कार्यकर्ताओं व जनता की प्रतिक्रिया इकठ्ठी की। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के आकलन में करीब 90 सांसद ऐसे हैं जिनका कामकाज जनता और कार्यकर्ताओं की कसौटी पर संतोषजनक नहीं है। पार्टी को वर्ष 2014 में अकेले दम पर 282 सीटें मिली थीं, ऐसे में यह संख्या अनुपात 31 फीसदी है।