
कोलकाता (पश्चिम बंगाल), 23 फरवरी, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क) | सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों के एक समूह ने शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले में हत्या के आरोपी एक एसएसबी कमांडेंट को पश्चिम बंगाल पुलिस की गिरफ्त से जबरन छुड़ा लिया लेकिन बाद में शीर्ष अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, “यह घटना शुक्रवार सुबह तब हुई जब एसएसबी कमांडेंट दीपक कुमार सिंह को गुरुवार को डाइमंड हार्बर में एक छापे के दौरान कथित रूप से एक आसामाजिक तत्व पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार कर पुलिस द्वारा मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व व्यवस्था) अनुज शर्मा ने आईएएनएस से कहा, “छह या सात एसएसबी जवान आए और जब सिंह को मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था, तो जबरदस्ती उन्हें पुलिस के कब्जे से छुड़ा कर अपने वाहन से लेकर चले गए। “
कमांडेंट को बाद में एसएसबी जवानों ने पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद उन्हें अन्य आरोपियों के साथ अदालत के समक्ष पेश किया गया।
उन्होंने कहा, “सिंह को बाद में पुलिस को सौंप दिया गया। उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया गया। इस घटना के संबंध में मैंने एसएसबी के महानिरीक्षक से बात की है। देखते हैं क्या होता है। “
उन्होंने हालांकि यह बताने से इनकार कर दिया कि क्या राज्य सरकार पुलिस की कार्रवाई में बाधा पहुंचाने के मामले को केंद्र सरकार के समक्ष ले जाएगी या नहीं।
आरोपी कमांडेंट ने कहा कि उन्हें राज्य पुलिस ने फंसाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रणाली में उन्हें पूरा भरोसा है।
सिंह ने कहा, “जिस कार्य के लिए मुझे वीरता का पुरस्कार मिलना चाहिए, उसके बदले उन्होंने मुझे विचित्र स्थिति में फंसा दिया। लेकिन, मैंने आशा नहीं छोड़ी है। मुझे न्यायाधीश पर पूरा भरोसा है।”
पुलिस अधिकारियों द्वारा ले जाए जाने से पहले कमांडेंट ने कहा, “मैं भागा नहीं था। मुझे गलत तरीके से मामले में फंसाया गया है।”
इस मामले में आरोपी एक और एसएसबी जवान अमिताभ प्रमाणिक ने कहा कि वे लोग भागे नहीं थे और कहा कि देश की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम इस देश के सैनिक हैं।
एसएसबी के आईजी श्रीकुमार बंदोपाध्याय ने कहा, “वह जवानों की हरकत का समर्थन नहीं करते हैं और आरोपी अधिकारी और उन्हें छुड़ाने में जो भी शामिल थे, उनके खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी।”
सिंह को गुरुवार को डाइमंड हार्बर के सरीशा में दो अन्य के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने फर्जी नोटों की तस्करी मामले में एक छापे के दौरान बदमाश अल्ताफ को कथित रूप से गोली मारी थी। उन पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
-आईएएनएस