
उतर प्रदेश : बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर की हत्या से क्षुब्ध 83 पूर्व नौकरशाहों ने एक खुला पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि सीएम योगी एक पुजारी की तरह धर्मांधता और बहुसंख्यकों के प्रभुत्व के अजेंडे पर काम कर रहे हैं।
संविधान के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाने में नाकाम रहने पर योगी का इस्तीफा मांगा गया है। पूर्व अफसरों ने हाई कोर्ट से हिंसा का खुद संज्ञान लेने और अपनी देखरेख में जांच कराने की मांग की है।
बताया गया है कि इन अफसरों के आवाज बुलंद करते ही सरकार और प्रशासन हरकत में आ गया और गोकशी में जेल भेजे गए चार युवकों को बेगुनाह बताकर उनको रिहा कराने का ऐलान कर डाला। बीजेपी सांसदों की अगुवाई में एक जांच दल भी बुधवार को बुलंदशहर भेज दिया गया।