
कांग्रेस ने कहा है कि ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के आरोपों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। उनकी पार्टी एआईएमआईएम और भाजपा में आंतरिक समझौता है।
दरअसल, ओवैसी ने मंगलवार को तेलंगाना में एक चुनावी सभा के दौरान आरोप लगाया था कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बड़े वकील को सुप्रीम कोर्ट में विवादित ढांचा केस लड़ने से मना किया था। उनका इशारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल की तरफ था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि कपिल सिब्बल या कोई और वकील जब भी कोई मामला लेता है, तो वह वकील की हैसियत से लेता है। यदि वह उस मामले से अलग होता है तो वह खुद इस मामले को छोड़ता है या उसका मुवक्किल किसी दूसरे वकील को लेना चाहता है।