
नई दिल्ली, 18 जून, 2018 (टीएमसी हिंदी डेस्क)। पैग़ाम कल्चरल सोसायटी और पीस फाउंडेशन के सहयोग से होली क्रिएचर्स द्वारा पटना से समीप फुलवारी शरीफ में ईद मिलन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रसिद्द सामाजिक कार्यकर्ता और अर्थशास्त्री अरशद अजमल ने प्रेम चंद और महात्मा गांधी का संदर्भ देते हुए ‘मिठास का त्योहार’ के सांस्कृतिक पहलू को लोगों को समझाया। “प्रेम चंद एकमात्र लेखक थे जिन्होंने अपनी कहानी ईदगाह में ईद की नज़ाकत को बहुत ही खूबसूरती से लिखा है,” उनहोंने कहा। “हमें न केवल ईद मिलन बल्कि होली मिलन का भी संयुक्त रूप से आयोजन करना चाहिए और यह आयोजन मोहल्ला और गांव के स्तर पर हो ताकि समाज के सभी तबकों से लोग जमा हों और लोगों के अंदर समाजी सरोकार से जुड़ाव पैदा हो,” उन्होंने कहा।
पैग़ाम कल्चरल सोसायटी के संयोजक सुरेश फुलवारवी ने अरशद अजमल के विचार का समर्थन किया और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों को जारी रखने का आश्वासन दिया। उनहोंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम को समाज का समर्थन मिलना आवश्यक है ताकि सामाजिक कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ सके और बेहतर समाज का निर्माण हो सके।
पैग़ाम कल्चरल सोसायटी के संतोष कुमार ने हरविंदर द्वारा लिखित ईद पर आधारित एक कविता सुनाई।
स्थानीय लोगों के साथ सामाजिक कार्यकर्ता मदन, कंचन बाला, रुपेश कुमार, कपिलेश्वर, पीस फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष नौशाद अंसारी, सचिव मोहम्मद कसीम, डॉ जौहर, आसिफ क़मर, दीप नारायण, राजेन्द्र राय, डॉ राजीव कुमार, डॉ उमेश कुमार सिन्हा, डॉ विजय कुमार, अधिवक्ता इमरान ग़नी, राज कुमार चौधरी, सूर्यकर जितेंद्र, अनामिका मौजूद रहे।
ईद मिलन का कार्यक्रम ईद भोज के साथ संपन्न हुआ। जरूरतमंदों के बीच ईद की सेवई के पैकेट भी वितरित किए गए।