
मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए बुधवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। हालांकि, चुनाव करा रहे 3 कर्मचारियों की बीमारी और हार्ट अटैक से मौत की खबर है। इन कर्मचारियों को चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
मुख्य चुनाव अधिकारी बीएल कांताराव ने बताया कि मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं, लेकिन यह औसत निर्धारित औसत से काफी कम है। वीवीपैट मशीनें ज्यादा खराब हुई हैं।
कांग्रेस के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नाराजगी जताई और चुनाव आयोग से मांग की कि सुबह मतदान के तय वक्त पर ईवीएम मशीनें शुरू नहीं होने और इन्हें बदलने में मतदान का समय खराब होने के मद्देनजर आयोग को ऐसे मतदान केंद्रों पर मतदान के समय को बढ़ा देना चाहिए।
सिंधिया की अपील पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने संज्ञान लिया और कहा कि इस तरह के प्रावधान हैं, जिनपर लोकल अधिकारी अपने स्तर पर फैसला ले सकते हैं और इसमें चुनाव आयोग को दखल देने की जरूरत नहीं है।