
नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में पिछले महीने हुए पॉलिटिकल ड्रामे का अहम हिस्सा रही दोबारा चर्चा में आ गई। जब नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला इसी मशीन से गवर्नर मलिक को पत्र भेजने की कोशिश में थे, लेकिन वह नाकाम रहे।
दरअसल, उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में स्थायी निवास प्रमाणपत्र (पीआरसी) जारी करने की प्रक्रिया में किसी भी बदलाव के लिए उठाए जाने वाले किसी भी कदम को लेकर गवर्नर सत्यपाल मलिक को फैक्स के जरिये पत्र भेजने की कोशिश कर रहे थे।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस का मानना है कि यह राज्य की जनसांख्यिकी बिगाड़ने की एक कोशिश है और यह जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के लिए हानिकारक है।’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एसएसी राज्य में संस्थानों के कामकाज और प्रक्रियाओं में एकतरफा तौर पर बदलाव ला रहा है। यह लोकतंत्र और भागीदारी शासन की भावना और सिद्धांत के खिलाफ है।