
पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतनराम मांझी ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। राज्य में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कानून के खुलेआम उल्लंघन को लेकर ये मांग की।
मीडिया से बातचीत में मांझी ने कहा कि बिहार में अजा/ अजजा कानून के खुलेआम उल्लंघन और अपराध का ग्राफ बढ़ने को लेकर राज्यपाल से राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की सिफारिश करने की अपील की।
दरअसल नीतीश कुमार के हालिया बयान को लेकर मांझी ने उनपर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि विश्व की कोई भी शक्ति अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण के प्रावधान को खत्म या बदल नहीं सकती. मांझी ने लोगों से कहा कि वे जेडीयू के दलित-महादलित सम्मेलन से प्रभावित न हों ‘जिसके माध्यम से वह फर्जी आंकड़ों की मदद से झूठ फैला रहे हैं.”