
आज एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) ने पूँजीपरस्त व गरीब विरोधी केन्द्रीय बजट के खिलाफ स्थानीय भगत सिंह चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) कार्यकर्त्ताओं ने प्रतीकात्मक तौर पर केन्द्रीय बजट को जलाया. विरोध प्रदर्शन में शामिल एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) कार्यकर्त्ता केन्द्रीय बजट के खिलाफ हाथों में तख्तियां लिए हुए मोदी सरकार के खिलाफ ज़ोरदार नारे लगा रहे थे.
इस मौके पर उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) पटना जिला सचिव साधना मिश्र ने कहा कि पहले से ही महंगाई की मार से बेहाल आम जनता के जीवन में और तबाही आएगी. पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि से अत्यावश्यक सामानों की कीमतें और बढेंगी. केन्द्रीय बजट को पूरी तरह पूंजीपति परस्त तथा जनविरोधी बताते हुए श्रीमती मिश्र ने कहा कि इस बजट में रोज़गार के सृजन को लेकर न कोई योजना है और न ही महंगाई को नियंत्रित करने का कोई ठोस कदम. बजट में शिक्षा में देशी-विदेशी पूँजी निवेश को बढ़ावा दिया गया है, जिससे शिक्षा से आम छात्र पूरी तरह वंचित हो जाएंगे. बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य को पूरी तरह से बाज़ार के हवाले कर दिया गया है. दूसरी तरफ बड़े पूंजीपतियों को कर में भारी छूट दी गयी है. बजट में जनता के टैक्स के पैसे से निर्मित सार्वजनिक उद्योगों तथा रेलवे के निजीकरण की प्रक्रिया को गति प्रदान की गयी है. उनहोंने कहा कि बजट में किसानों की आमदनी दुगुनी करने, क़र्ज़ माफ़ी व उनकी फसल के लाभकारी मूल्य की कोई चर्चा तक नहीं है. जिला सचिव ने कहा कि यह आम बजट अमीरी और गरीबी की खाई को और चौड़ा करेगा.
उपस्थित लोगों को एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) पटना जिला कमिटी सदस्य सूर्यकर जितेन्द्र, राजकुमार चौधरी आदि ने संबोधित किया. सभी वक्ताओं ने छलावापूर्ण तथा महंगाई बढ़ाने वाले केन्द्रीय बजट के खिलाफ आम जन से जन आन्दोलन विकसित करने की अपील की.