
राफेल मामले में रिलायंस डिफेंस और दसाल्ट कम्पनी के मालिकों के विरुद्ध सीबीआई जांच का दबाव भी बढ़ता जा रहा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने इस मामले में प्रधान मंत्री, रक्षा मंत्री, उद्योगपति अनिल अंबानी तथा फ्रांस की राफेल कम्पनी दसाल्ट के मालिक के विरुद्ध न सिर्फ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस मामले में अनिल अम्बानी को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया सौदा बताकर कुछ ‘साक्ष्यों’ के साथ सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को चार अक्टूबर, 2018 को लिखित शिकायत भी की है।
अरुण शौरी और प्रशांत भूषण ने सीबीआई प्रमुख से कहा कि इस मामले में प्रधान मंत्री और रक्षामंत्री के खिलाफ जांच के लिए तो उन्हें केंद्र सरकार की अनुमति लेनी पड़ेगी। इसमें आपको मुश्किल होगी लेकिन अनिल अंबानी और राफेल बनाने वाली कम्पनी दसाल्ट के मालिक पर केस चलाने और जांच करने के लिए सरकार से अनुमति नहीं लेनी पड़ेगी।