
लोक जनशक्ति पार्टी और केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार (12 जनवरी) को एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान एनडीए की केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर सवर्ण हिन्दुओं, मुसलमानों और ईसाईयों को 10 फीसदी आरक्षण देने का विरोध करने पर राबड़ी देवी के खिलाफ इशारे इशारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उनहोंने कहा “वे (राजद) सिर्फ नारेबाजी करते हैं और एक अंगूठाछाप को मुख्यमंत्री बनाते हैं.”
इस पर उनकी बेटी आशा पासवान ने पिता द्वारा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता राबड़ी देवी पर की गयी टिप्पणी को लेकर विरोध जताते हुए माफी की मांग की थी. आशा ने कहा कि उनके पिता ने यह बयान देकर राबड़ी देवी को अपमानित किया है इससे हम सभी महिलाएं दुखी हैं. उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए था. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘मेरी मां भी अनपढ़ थीं जिसके कारण पिता (पासवान) ने उन्हें छोड़ दिया. आशा पासवान रामविलास (Ram Vilas Paswan) की पहली पत्नी राजकुमारी देवी की पुत्री हैं.
इसके बाद, अब राबड़ी देवी के बड़े पुत्र और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव भी भड़क गए. उनहोंने मंगलवार को बड़ा बयान दिया. तेज ने कहा कि वह इस मामले में राम विलास का घेराव करेंगे.
तेज प्रताव के कड़े तेवर का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि उनहोंने अपने ट्वीट में राबड़ी द्वारा राम विलास का वध करते हुए दिखाया गया है. इसमें चित्र में वह खुद माँ दुर्गा की सवारी शेर बने हुए हैं. इस ट्वीट में उनहोंने लिखा “नारी जन्म देती है, ममता देती है और माफ भी कर देती है लेकिन इतिहास साक्षी है कि नारी का अपमान करने वाले बड़े – बड़े रावण और दुर्योधन भी नहीं बचे तो इन मौकापरस्त नेताओं की क्या औकात है…?”
नारी जन्म देती है, ममता देती है और माफ भी कर देती है लेकिन इतिहास साक्षी है कि नारी का अपमान करने वाले बड़े – बड़े रावण और दुर्योधन भी नहीं बचे तो इन मौकापरस्त नेताओं की क्या औकात है…? pic.twitter.com/bsaJnztkHC
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 15, 2019
यह जानना ज़रूरी है कि 1997 में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने चारा घोटाला के मामले में गिरफ्तारी का सामना करने पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए अपनी पत्नी राबडी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था जिन्होंने कम औपचारिक शिक्षा प्राप्त की है.