
एक तरफ जहां बिहार में लोकसभा इलेक्शन के सीट बटवारे में पार्टियां व्यस्त हैं वहीँ इस चुनावी मौसम में आरक्षण के गर्म मुद्दे पर भी सियासी पार्टियां लगी हैं। इसी मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि देश में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) के लिए आरक्षण के प्रावधानों को समाप्त करने की किसी में ताकत नहीं है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने गया में पार्टी के मगध प्रमंडलीय दलित-महादलित कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि ‘हमारी प्रतिबद्धता न्याय के साथ विकास के प्रति है। न्याय के साथ विकास का मतलब समाज के हर तबके और हर इलाके का विकास है।’
हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा कि लोग बिना काम किए और बिना सिद्धांत के प्रति निष्ठा रखे राजनीति में आ जाते हैं और ताकत मिलने पर उसका दुरुपयोग करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब ‘‘जय भीम” कहते हैं तो यह समझ लें कि बौद्ध धर्म का संदेश अहिंसा, शांति एवं सहिष्णुता का है।
बताते चले कि बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया में पार्टी के मगध प्रमंडलीय दलित-महादलित कार्यकर्ता सम्मेलन में सभा को सम्बोधित करते हुए कहा।