
नीतीश कुमार के साथ राजद का गठबंधन टूटते ही यह 10 दिनों के अंदर दूसरा मामला है जब राजद नेता की दोबारा दुस्साहसपूर्ण पूर्ण हत्या कर दी गयी। बिहार की राजधानी पटना से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दानापुर में जहाँ सेना की छावनी कुछ दूरी पर ही स्थित है, लालू के क़रीबी माने जाने वाले राजद नेता और दानापुर वार्ड संख्या 15 के पार्षद केदार राय की बृहस्पतिवार सुबह उस समय दानापुर के सगुना मोड़ पर हत्या कर दी गयी जब वह टहलने के लिए बाहर निकले थे।
परिवार के सदस्यों के हवाले से यह बताया गया कि केदार राय को पहले से ही जान का खतरा था जिसकी सूचना उनहोंने पुलिस को दी थी और सुरक्षा भी माँगा था लेकिन उनकी मांग की उपेक्षा की गयी और उन्हें सुरक्षा नहीं मिली।
गोली लगने के बाद केदार को स्थानीय अस्प्ताल में ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या की खबर पाते ही दानापुर में सैकड़ों की संख्या में लोग इकठ्ठा हो कर नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ नारेबाजी की और हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह काम किसी भाड़े के अपराधी द्वारा किया हुआ लगता है।
29 जुलाई को सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के क़रीबी और राजद के युवा नेता मिन्हाज खान की हत्या उनके घर में कर दी गयी थी। नीतीश की नई गठबंधन की सरकार में आते ही ऐसा लगता है कि अपराध पहले से बढ़ गया है। खान राजद युवा मोर्चा के ज़िला महासचिव थे।
लालू प्रसाद ने न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कहा कि यह हत्या राजनीतिक है और इसमें बड़े बड़े लोगों का हाथ है।