
बेंगलुरु: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर सियासत एक बार फिर से गरमाने के आसार नज़र आ रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ विधायक और कर्नाटक भाजपा के सचेतक रहे जीवराज ने यह बयान दिया है कि “अगर गौरी लंकेश ने आरएसएस के खिलाफ न लिखा होता तो वह जिंदा होतीं।” इस बयान से यह अंदाज़ा लगाना कठिन नहीं है कि गौरी लंकेश की हत्या कराने में आरएसएस का ही हाथ है।
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के श्रृंगेरी से बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री जीवराज ने चिकमंगलुरु के एक कार्यक्रम में कहा कि गौरी लंकेश ने अगर आरएसएस के ख़िलाफ़ नहीं लिखा होता तो आज वह ज़िंदा होतीं। बीजेपी विधायक ने कहा कि गौरी लंकेश जिस तरह लिखती थीं, वो बर्दाश्त के बाहर था।
विधायक ने यह भी कहा कि हमने देखा है कि कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में कई आरएसएस कार्यकर्ताओं ने जान गंवाई है। अगर गौरी लंकेश ने आरएसएस के खिलाफ नहीं लिखा होता तो वह ज़िंदा होतीं। उनहोंने कहा कि गौरी मेरी बहन जैसी हैं लेकिन जिस तरह उन्होंने हमारे खिलाफ़ लिखा, वो स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, लंकेश की हत्या का सुराग देने वाले को 10 लाख का इनाम देने की घोषणा की है। बेंगलुरु पुलिस को अभी तक लंकेश की हत्या का कोई सुराग नहीं मिला है। इससे पहले गौरी लंकेश के भाई ने नक्सली को उनकी हत्या के पीछे होने की बात कही थी। बाद में उनहोंने इस बात से इनकार किया।